आज हम आपको 100 योगासन के नाम और लाभ हिंदी, इंग्लिश और संस्कृत में बताने वाले हैं। इस पोस्ट (Yogasan Name in Hindi with Images) में सभी आसनों के नाम चित्र सहित दिए गये हैं ताकि आपको समझने में परेशानी न हो।
योगासन का इतिहास बहुत ही पुराना है। प्राचीनकाल में ऋषि मुनियों और योगियों के द्वारा योग और आसन की शिक्षा दी जाती थी। आसन हमारे शरीर को स्वस्थ तो बनाता ही है साथ में मन को स्थिर और शांत भी रखता है। हर एक व्यक्ति को स्वस्थ जीवन जीने के लिए योगासन जरुर करना चाहिए। आज हम अलग-अगल प्रकार के आसनों के नाम चित्र सहित जानेंगे और उनके फायदे के बारे में भी जानेंगे।
Contents
आसन कितने प्रकार के होते हैं?
प्राचीन काल के ग्रंथों में आसनों का उल्लेख मिलता है जिनके अनुसार 84 आसन बताये गये हैं। हालाँकि इनकी संख्या अलग-अलग ग्रन्थों में अलग-अलग बताई गयी है। जैसे गोरक्ष शतक में 84 आसनों के नाम दिए गये हैं वहीँ हठ रत्नावली में 52 आसनों के उल्लेख मिलते हैं।
अगर हम योग से सम्बन्धित प्रमुख ग्रन्थों की बात करें तो तीन प्रकार के ग्रन्थ पाए गये हैं: शिवसहिंता, हठयोग प्रदीपिका और घेरण्ड संहिता हैं। इनके अनुसार आसनों की संख्या कुछ इस प्रकार है:
- शिवसहिंता: इसमें 84 आसनों की संख्या बताई गयी है
- हठयोग प्रदीपिका: इसमें 15 आसन बताये गये हैं
- घेरण्ड संहिता: इसमें 32 आसन और 25 मुद्राओं के बारे में बताया गया है
आजकल नये-नये प्रकार आसन बनाये जा चुके हैं ऐसे में आसनों की संख्या बता पाना काफी मुश्किल है। आज हम आपको 100 योगासन के नाम चित्र सहित बता रहे हैं जिनका उपयोग आप अपने दैनिक जीवन स्वस्थ रहने के लिए कर सकते हैं।
100 योगासन के नाम चित्र सहित एवं लाभ – Yogasan Name in Hindi English
आइये आसनों के बारे में चित्र सहित जानते हैं। योगासन चित्र सहित नाम और लाभ PDF download की लिंक निचे दी गयी है।
1. अधोमुख श्वानासन, संस्कृत नाम – अधोमुखश्वानासन, English Name – Downward-Facing Dog
अधोमुख श्वानासन के लाभ:
- मानसिक तनाव को दूर करता है
- पाचन तंत्र को सुधारता है
- रक्त संचार को बढाता है
- हाथ-पैर और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
इस आसन के बारे में अधिक जानकारी के लिए पढ़ें: अधोमुखश्वानासन के लाभ, कैसे करें?
2. पर्श्वोत्तनासन, संस्कृत नाम – पर्श्वोत्तनासन, English Name – Intense Side Stretch Pose
पर्श्वोत्तनासन के लाभ:
- पाचन शक्ति सुधारता है
- रीढ़ की हड्डी, कूल्हों, कंधों, और कलाईयों में खिचाव लाता है
- पैरों को मज़बूत करता है
- दिमाग़ और मन को शांत करता है।
3. अधोमुख वृक्षासन, संस्कृत नाम – अधोमुखवृक्षासन, English Name – Downward-Facing Tree,
Yoga Handstand
अधोमुख वृक्षासन के लाभ:
- सीना चौड़ा करने का यह बेहतरीन आसन है
- इससे मस्तिष्क में रक्तप्रवाह बढ़ता है
- मन को एकाग्र करने में मदद करता है
- तनाव दूर करता है
- पाचन शक्ति बढाता है
- मांसपेशियों को मजबूत करता है।
4. आकर्ण धनुरासन, संस्कृत नाम – आकर्णधनुरासन, English Name – Shooting bow, Archer, Bow and arrow
आकर्ण धनुरासन के लाभ:
- कंधे एवं कमर की पेशियां भी मजबूत होती हैं
- पैरों की मांसपेशियों को स्ट्रेच करके मजबूत करता है
- ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से होता है
- कब्ज की समस्या को ठीक करता है
- कोर मसल्स को मजबूत करता है
- पेट के रोग और यकृत के रोग में भी लाभ होता है
5. पर्वतासन, संस्कृत नाम – पर्वतासन, English Name – The Mountain Pose
पर्वतासन के लाभ:
- कन्धा, कमर और गर्दन दर्द में लाभकारी है
- फेफड़ों को लाभ मिलता है
- फेफड़ों को मजबूत करता है
- शरीर में रक्त संचार बढाता है
- कन्धों को मजबूत करता है
6. अनन्तासन, संस्कृत नाम – अनन्तासन, English Name – Ananta’s pose, Vishnu’s Couch pose
अनन्तासन के लाभ:
- पाचन तंत्र में लाभदायक
- पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करता है
- रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है
- उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है
7. अंजनेयासन, संस्कृत नाम – अञ्जनेयासन, English Name – Crescent Moon
अंजनेयासन के फायदे:
- पैर की मांसपेशियों को मजबूत करता है
- पाचन में सुधार लाता है
- तनाव और चिंता को कम करता है
- पीठ दर्द में लाभकारी है
8. उत्तान शिशुनासन, संस्कृत नाम – उत्तान शिशुनासन, English Name – Extended Puppy Pose
उत्तान शिशुनासन के लाभ:
- रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन को बढ़ाने में भी मदद करता है
- तनाव दूर करता है
- पीठ और कन्धों की स्ट्रेचिंग करता है
- मन और शरीर को शांत करता है
9. अर्ध चन्द्रासन, संस्कृत नाम – अर्धचन्द्रासन, English Name – Half moon
अर्धचन्द्रासन के लाभ:
- पूरे शरीर को लचीला बनाता है।
- स्त्री रोगों में लाभकारी है
- वात-पित्त दोषों को दूर करता है
- छाती के लिए अच्छा आसन है
10. अष्टांग नमस्कार, संस्कृत नाम – अष्टाङ्ग नमस्कार, English Name – Eight-Limbed Salutation Caterpillar
अष्टांग नमस्कार के लाभ:
- हाथ को मजबूत करता है
- पेट की चर्बी कम करता है
- पीठ और कमर दर्द के लिए लाभदायक
- शरीर लचीला बनाता है
11. अग्निस्तंभासन, संस्कृत नाम – अग्निस्तंभासन, English Name – Fire Log Pose
अग्निस्तंभासन के फायदे:
- पसलियों की मांसपेशियों का अच्छा स्ट्रेच होता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- सांस लेने में होने वाली समस्याएं दूर होती है और फेफड़े मजबूत होते हैं।
- कंधे और हाथों की मांसपेशियों मजबूत होती है।
12. अष्ट वक्रासन, संस्कृत नाम – अष्टावक्रासन, English Name – Astvakra’s pose, Eight-angled
अष्ट वक्रासन के लाभ:
- पैरों और कलाइयों को मजबूत बनाता है
- चेहरे पर निखार लाता है
- कंधो को मजबूत बनाता है
13. बद्धकोणासन, संस्कृत नाम – बद्धकोणासन, English Name – Bound angle / Cobbler’s pose
बद्ध कोणासन के फायदे:
- पूरे शरीर में रक्त संचार सुधारने में मदद करता है
- तनाव और थकान दूर करता
- जांघों और हिप्स को लचीला बनाता है
- समतल पैर, उच्च रक्तचाप, बांझपन और अस्थमा में चिकित्सकीय मदद करता है।
14. बकासन, संस्कृत नाम – बकासन, English Name – Crane (arms straight), Crow (arms bent)
बकासन के लाभ:
- इस आसन से आपके चेहरे पर चमक आती है
- नितम्बों और पैरों की मांसपेशियों को सुदृढ़ बनाता है
- शरीर में जमा चर्बी कम होती है और शरीर सुडोल बनता है
- हाथों की मांसपेशियों में मजबूती आती है
15. बालासन, संस्कृत नाम – बालासन, English Name – Child Pose
बालासन के लाभ:
- तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है।
- रीढ़ को लंबा करने में मदद करता है।
- यह छाती, पीठ और कंधों के दर्द से राहत दिलाता है
- पूरे शरीर में रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देता है।
पढ़िए: बालासन की विधि और लाभ, कैसे करें? पूरी जानकारी
16. आनंद बालासन, संस्कृत नाम – आनंद बालासन, English Name – Happy Baby Pose
आनंद बालासन के फायदे:
- हैमस्ट्रिंग को स्ट्रेच करता है
- तनाव, चिंता और थकान को दूर करे
- लोअर बैक पेन को कम करे
- दिमाग शांत रहता है
- पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाता है
17. भैरवासन, संस्कृत नाम – भैरवासन, अण्कुशासन, English Name – Formidable
भैरवासन के लाभ:
- रक्त संचार बढाता है
- हाथ और पैर की अच्छी स्ट्रेचिंग करता है
- कलाइयों को मजबूत बनाता है
18. भारद्वाज आसन, संस्कृत नाम – भरद्वाजासन, English Name – Bharadvaja’s twist
भारद्वाजासन के लाभ:
- पेट के भीतरी अंगों को अच्छी मसाज देता है।
- मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में मदद करता है।
- इस आसन से गर्दन के दर्द, साइटिका और कमरदर्द में राहत मिल सकती है।
- ये तनाव और एंग्जाइटी की समस्या को भी दूर करता है।
19. शशांकासन, संस्कृत नाम – शशांकासन, English Name – Hare / Rabbit Pose
शशांकासन से लाभ:
- शरीर मजबूत और लचीला बनता हैं।
- काम विकारों को दूर करता हैं।
- मोटापा कम करता है
- पाचन प्रणाली सक्रीय होती हैं।
- कब्ज को दूर करता हैं।
20. भेकासन, संस्कृत नाम – भेकासन, English Name – Frog pose
भेकासन के लाभ:
- पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है
- सांस लेने की क्षमता को बढाता है
- पाचन क्रिया होती है तंदुरुस्त
- अग्नाशय की कार्यक्षमता में भी सुधार होता है।
21. भुजंग आसन, संस्कृत नाम – भुजंगासन, English Name – Cobra pose
भुजंगासन के लाभ:
- इससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं
- इससे हृदय स्वस्थ रहता है
- कंधों और बाहों को मजबूती प्रदान होता है
- शरीर में लचीलापन बढ़ता है
- तनाव और थकान को दूर करता ह
22. अश्व संचालनासन, संस्कृत नाम – अश्व संचालनासन, Lunge Pose
अश्व संचालनासन के लाभ:
- यह पैरों की दर्द को कम करने में सहायता करता है।
- घुटने को मजबूत करता है।
- कमर की दर्द को ठीक करता है।
- मोटापा कम करता है।
- इसका नियमित अभ्यास पेट, लिवर, किडनी के लिए लाभदायक है।
23. भुजपीडासन, संस्कृत नाम – भुजपीडासन, Arm-pressing posture
भुजपीडासन के लाभ:
- पाचन तंत्र को तंदुरुस्त बनाए रखने में मदद मिलती है
- ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है
- तनाव और सिरदर्द को भी ठीक करने में मदद मिलती है
- मन को एकाग्र करने में मदद मिलती है
24. मार्जरी आसन, संस्कृत नाम – बिडालासन, मार्जरीआसन, Cat pose
मार्जरी आसन के लाभ:
- पीठ दर्द और गर्दन दर्द को ठीक करने में लाभकारी है
- पाचन तंत्र को ठीक करता है
- प्रजनन संबंधी विकार को ठीक करता है
- ल्यूकोरिया की रोकथाम के लिए उपयोगी है
25. चतुरंग दण्डासन, संस्कृत नाम – चतुरङ्गदण्डासन, Four-Limbed Staff, Low Plank
चतुरंग दण्डासन के लाभ:
- हाथ और कलाइयाँ मजबूत होती हैं
- कंधे और छाती को सुडौल बनाता है
- पाँव और पंजे को मजबूत करता है
26. दण्डासन, संस्कृत नाम – दण्डासन, Staff
दण्डासन के लाभ:
- पीठ की मांसपेशियों को मज़बूत बनाता है।
- कंधों और छाती में खिचाव लाता है।
- शरीर की मुद्रा में सुधार लाता है।
- रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।
- यह एकाग्रता बढ़ाने में सहायक है।
27. धनुरासन, संस्कृत नाम – धनुरासन, Bow
धनुरासन के लाभ:
- डिप्रेशन को कम करने में फायदेमंद रहता है
- मोटापा को कम करता है और शरीर के वजन को संतुलित रखता है
- पेट की मांसपेशियो को मजबूत करने में प्रभावी होता है
- मासपेशियों और हड्डियों को लचीला बनाता है
28. दुर्वासासन, संस्कृत नाम – दुर्वासासन Durvasa’s Pose
दुर्वासासन के लाभ:
- मांसपेशियों की अच्छी तरह स्ट्रेचिंग करता है
- हड्डियों को मजबूत बनाता है
- एकाग्रता बढाने में मदद करता है
- शरीर को संतुलित करता है
- शरीर में जमी हुई चर्बी को कम करता है
29. गर्भासन, संस्कृत नाम – गर्भासन Embryo in Womb
गर्भासन के लाभ:
- यह आसन रक्त संचार को सुचारू करता है।
- इससे रीढ़ की हड्डी मजबूत व लचीली होती है।
- यह पेट की तकलीफों को दूर करता है और भूख को बढ़ाता है।
- गर्भाशय से संबंधित सभी प्रकार की तकलीफ दूर हो जाती हैं।
30. गरुडासन, संस्कृत नाम – गरुडासन, Eagle
गरुडासन के लाभ:
- मांसपेशियों की मजबूती में सहायक
- तनाव को दूर करने में मदद कर सकता है
- पीठ को लचीला करने में यह आसन मदद करता है
- शरीर का संतुलन बनाने में मदद मिलता है
31. गोमुखासन, संस्कृत नाम – गोमुखासन, Cow-faced
गोमुखासन के फायदे:
- बांहों की पेशियां और पीठ वाले हिस्से में मजबूती आती है
- कूल्हे और कमर दर्द में आराम मिलता है
- शरीर को लचीला और सुडौल बनाने में मदद मिलती है।
- पैर की मांसपेशियों को मज़बूत बनाता है।
32. गोरक्षासन, संस्कृत नाम – गोरक्षासन Cowherd, Gorakhnath’s pose
गोरक्षासन के लाभ:
- स्वप्नदोष और शीघ्रपतन को ठीक करने में लाभकारी है
- पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है
- स्त्रियों के गर्भाशय से संबंधित रोगों को दूर करने में मदद मिलती है
- गैस और अपच की समस्या को ठीक करता है
33. हलासन, संस्कृत नाम – हलासन Plough
हलासन के लाभ:
- मन को शांत करता है।
- पेट के अंगों और थायराइड ग्रंथि को उत्तेजित करता है।
- कंधो और रीढ़ की हड्डी में खिचाव पैदा करता है।
- तनाव और थकान को कम करने में सहायक है।
34. हनुमान आसन, संस्कृत नाम – हनुमनासन Hanuman’s Pose
हनुमान आसन के लाभ:
- हनुमानासन का नियमित अभ्यास करने से साइटिका के दर्द से राहत मिलती है।
- अनिद्रा दूर करने में फायदेमंद है
- ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करने में मदद करता है
- इसके अभ्यास से प्रसव के दौरान होने वाले दर्द को कम करता है
35. जानुशिरासन, संस्कृत नाम – जानुशीर्षासन Head-to-Knee
जानुशिरासन के लाभ:
- कब्ज दूर करने में सहायक है
- मांसपेशियों को पुष्ट व सशक्त बनाता है और फेपड़ों को स्वस्थ बनाता है
- मूत्र सम्बन्धी समस्याओं को दूर करने में उपयोगी है
- पाचन शक्ति बढ़ाता है
36. जठर परिवर्तनासन, संस्कृत नाम – ञटर परिवर्तनासन, Belly twist
जठर परिवर्तनासन के लाभ:
- इससे मोटापा दूर हो जाता है
- किडनी की समस्या दूर हो जाती है
- गैस और एसिडिटी की समस्या में लाभ मिलता है
- मानसिक शांति प्रदान करता है
37. कपोतासन / कबूतर मुद्रा, संस्कृत नाम – कपोतासन, Pigeon
कपोतासन के लाभ:
- कूल्हों, पीठ दर्द और कंधों के दर्द को ठीक करने मदद करता है
- तनाव कम करने और मानसिक शांति प्रदान करने में मदद करती है
- साइटिका, ब्लड प्रेशर, पाचन की समस्या आदि को दूर करता है
38. कर्नापीड़ासन, संस्कृत नाम – कर्णपीडासन Ear-pressing
कर्नापीड़ासन के फायदे:
- तनाव और थकान कम करता है।
- मन को शांति देता है
- कंधो और रीढ़ की हड्डी में खिचाव पैदा करता है।
- पीठ में दर्द, सिर दर्द, अनिद्रा, बांझपन में लाभकारी है।
39. कौंडिण्य आसन, संस्कृत नाम – कौण्डिन्यसन, Kaundinya’s pose
कौंडिण्य आसन के लाभ:
- शरीर को लचीला बनाता है और संतुलन बनाने में मदद करता है
- पेट की चर्बी को कम करता है
- कलाई, कंधे और हाथों को मजबूत बनाता है
- एकाग्रता को बढाने में मदद करता है
40. क्रौंचासन, संस्कृत नाम – क्रौञ्चासन, Heron
क्रौञ्चासन के लाभ:-
- इसके अभ्यास से शरीर में रक्त का प्रवाह अच्छा रहता है।
- इससे मांसपेशियां और पैरों के जोड़ मजबूत होते हैं।
- क्रोंचासन से जांघों और पिंडलियों की मांसपेशियों को अच्छी स्ट्रेचिंग मिलती है।
- शरीर के पोस्चर को सुधारने मदद मिलती है।
41. कुक्कुटासन, संस्कृत नाम – कुक्कुटासन, Cockerel
कुक्कुटासन के लाभ:
- कंधे, छाते और बाहों को सुडौल एवं मजबूत बनाता है
- शरीर के संतुलन तथा स्थिरता को बढ़ाता है
- पाचन तंत्र दुरुस्त करता है
- नियमित अभ्यास से मूलाधार चक्र सक्रिय हो जाता है
42. कूर्मासन / कछुआ मुद्रा, संस्कृत नाम – कूर्मासन, Tortoise
कूर्मासन के लाभ:
- घुटनों और पीठ के दर्द में राहत देता है
- मन को शांत और एकाग्र करने में मदद करता है
- कब्ज को कम करने में सहायता करता है
- पेट की चर्बी को कम करने में भी बहुत लाभदायक है
43. लोलासन, संस्कृत नाम – लोलासन, Pendant
लोलासन के लाभ:
- इससे हाथ, कलाई, कंधे और पीठ की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
- यह आसन पेट की मांसपेशियों को विकसित करता है।
- हाथों का कांपना दूर होता है और ह्रदय बलवान होता है।
- लोलासन धातु रोग को दूर करने में भी लाभदायक है।
44. मकरासन, संस्कृत नाम – मकरासन, Crocodile
मकरासन के लाभ:
- कमर, पीठ और जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है
- मांसपेशियां मजबूत और लचीली बनती हैं
- अस्थमा तथा हार्ट संबंधी बीमारी से राहत मिलती है।
- शरीर की थकान दूर होती है
45. मलासन, संस्कृत नाम – मालासन, Garland Pose
मलासन के फायदे:
- हिप्स और जांघों में एक बहुत अच्छा खिंचाव मिलता है
- यह पेट की मांसपेशियों को टोन करता है
- यह पाचन तंत्र को सक्रिय करता है
- मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है
46. मंडूकासन / मेंढक मुद्रा, संस्कृत नाम – मन्दुकासन, Frog Pose
मंडूकासन के लाभ:
- शरीर के वजन को नियंत्रित करता है
- पेट में गैस, कब्ज और अपच में फायदेमंद है
- पीठ को मजबूत बनाता है
- घुटने और टखने के जोड़ों के लचीलेपन और गतिशीलता में सुधार करता है
47. मरीच्यासन, संस्कृत नाम – मरीच्यासन, Marichi’s Pose
मरीच्यासन के लाभ:
- इसके नियमित अभ्यास से तनाव खत्म होता है।
- महिलाओ को मासकि धर्म के दौरान होने वाले दर्द में कमी आती है।
- दिमाग शांत रहता है तथा सिरदर्द नहीं होता।
- यह कमर की मांसपेशियों को मजबूत बनाकर, कमर दर्द में राहत दिलाता है।
48. मत्स्यासन / मछली मुद्रा, संस्कृत नाम – मत्स्यासन, Fish
मत्स्यासन से लाभ
- छाती व फेफड़ों का विकास होता है।
- ब्लड सर्कुलेशन की गति बढ़ती है।
- स्त्रियों के गर्भाशय और मासिक धर्म संबंधी रोग दूर होते हैं। …
- पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है।
- इससे खाँसी दूर होती है।
49. मत्स्येन्द्रासन, संस्कृत नाम – मत्स्येन्द्रासन, Lord of the Fishes, Matsyendra’s pose
मत्स्येन्द्रासन के लाभ:
- कूल्हे और रीढ़ की हड्डी लचीली होती है
- शरीर के अंदर जमा टॉक्सिन्स (toxins) बाहर निकल जाते हैं
- भूख न लगने और पाचन सम्बन्धित समस्या भी दूर हो जाती है
- पेट की चर्बी कम में लाभकारी है
50. मयूरासन / मयूर मुद्रा, संस्कृत नाम – मयूरासन, Peacock Pose
मयूरासन के लाभ:
- फेफड़ों को मजबूत करने में उपयोगी है।
- तिल्ली, यकृत, गुर्दे, अग्न्याशय एवं आमाशय सभी लाभान्वित होते है।
- मधुमेह के रोगियों के लिए लाभकारी है।
- चेहरे पर चमक लाने के लिए मयूरासन करना चाहिए।
51. मुक्तासन, संस्कृत नाम – मुक्तासन, Liberated
मुक्तासन के लाभ:
- मानसिक शांति देता है और मन को स्थिर करता है
- ध्यान करने के लिए अच्छा आसन है
- यह तनाव और दर्द को दूर करता है।
- यह मानसिक और शारिरिक संतुलन प्रदान करता है
52. नटराज आसन, संस्कृत नाम – नटराजासन, Lord of the Dance, Dancer Nataraja’s Pose
नटराज आसन के लाभ:
- मोटापा और वजन कम करने में मदद मिलती है।
- शरीर का पोस्चर सुधारने और शारीरिक संतुलन बेहतर बनाने में मदद करता है।
- जांघ, कूल्हे, टखने और सीना मजबूत बनता है।
- इससे एकाग्रता बढती है।
53. नौकासन, संस्कृत नाम – नावासन,परिपूर्णनावासन, नौकासन, Boat, Full Boat
नौकासन के लाभ:
- पेट और कमर की चर्बी कम करता है
- रीढ़ की हड्डी के लिए फायदेमंद
- कमर और गर्दन दर्द में लाभकारी है
- डायबिटीज की समस्या में उपयोगी है
54. पद्मासन/कमल मुद्रा, संस्कृत नाम – पद्मासन, Lotus
पद्मासन के फायदे:
- मस्तिष्क को शांत रखता है
- घुटनों को मजबूत बनाता है
- पाचन क्रिया को सुधारता है
- नींद न आने की समस्या को दूर करता है
55. परिघासन, संस्कृत नाम – परिघासन, Gate
परिघासन के लाभ:
- मोटापा कम करने में मदद करता है
- शरीर में लचीलापन लाता है
- रक्त संचार को सुचारू बनाता है
- पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है
56. पार्श्वकोणासन, संस्कृत नाम – पार्श्वकोणासन, Side angle
57. पार्श्वोत्तनासन, संस्कृत नाम – पार्श्वोत्तनासन, Intense side stretch
58. पाशासन, संस्कृत नाम – पाशासन, Noose
59. पश्चिमोत्तानासन, संस्कृत नाम – पश्चिमोत्तानासन, Seated Forward Bend
60. पिंच मयूरासन, संस्कृत नाम – पिञ्चमयूरासन, Feathered Peacock
61. प्रसारित पादोत्तानासन, संस्कृत नाम – प्रसारित पादोत्तानासन, Wide Stance Forward Bend
62. राज कपोतासन, संस्कृत नाम – राजकपोतासन, King Pigeon
63. शलभासन, संस्कृत नाम – शलभासन, Locust
64. सालंब सर्वांगासन, संस्कृत नाम – सालम्बसर्वाङ्गासन, Shoulder Stand
65. समकोण आसन, संस्कृत नाम – समकोणासन, Side splits
66. शवासन, संस्कृत नाम – शवासन, Corpse
67. सेतुबंध सर्वांग आसन, संस्कृत नाम – सेतुबन्धसर्वाङ्गासन, Shoulder supported bridge
68. सिद्धासन, संस्कृत नाम – सिद्धासन Accomplished, The Adept’s Pose
69. सिंहासन / सिंह मुद्रा, संस्कृत नाम – सिंहासन, Lion Pose
70. शीर्षासन, संस्कृत नाम – शीर्षासन Headstand, Yoga Headstand
पढ़िए: शीर्षासन के फायदे और नुकसान
71. सुखासन, संस्कृत नाम – सुखासन, Easy
72. सुप्त पादांगुष्ठासन, संस्कृत नाम – सुप्त पादाङ्गुष्ठासन, Big toe supine
73. सुर्य नमस्कार, संस्कृत नाम – सुर्य नमस्कार, Salute to the Sun, Sun Salutation
74. स्वस्तिक आसन, संस्कृत नाम – स्वस्तिकसन Auspicious, Lucky mark
75. ताड़ आसन, संस्कृत नाम – ताडासन Mountain
76. टिट्टिभासन, संस्कृत नाम – टिट्टिभासन Firefly
77. त्रिकोणासन, संस्कृत नाम – त्रिकोणासन, उत्थित त्रिकोणासन, Triangle
78. त्रिविक्रमासन, संस्कृत नाम – त्रिविक्रमासन, Trivikrama’s pose, Standing splits, Supta Trivikramasana (reclining variant)
79. तुलासन / झुलासन, संस्कृत नाम – तुलासन, Balance / Scales
80. उपविषा कोणासन, संस्कृत नाम – उपविष्टकोणासन, Open Angle
81. चक्रासन, संस्कृत नाम – ऊर्ध्वधनुरासन, चक्रासन, Upwards-facing bow, Wheel
82. उर्ध्व मुख श्वानासन, संस्कृत नाम – ऊर्ध्वमुखश्वानासन, Upward-Facing Dog
83. उष्ट्रासन, संस्कृत नाम – उष्ट्रासन, Camel
84. उत्कटासन, संस्कृत नाम – उत्कटासन, Awkward or Powerful
85. उत्थान आसन, संस्कृत नाम – उत्तानासन, Standing Forward Bend
86. उत्थित हस्त पादांगुष्ठासन, संस्कृत नाम – उत्थित हस्तपादाङ्गुष्ठासन, Standing Big Toe Hold
87. वज्रासन, संस्कृत नाम – वज्रासन, Thunderbolt
पढ़िए: वज्रासन के फायदे और नुकसान | कैसे करें? कब करें? विधि
88. वसिष्ठासन, संस्कृत नाम – वसिष्ठासन, Vasishta’s pose, Side plank
89. विपरीत दंडासन, संस्कृत नाम – विपरीत दण्डासन, Inverted Staff
90. विपरीत-करणी मुद्रा, संस्कृत नाम – विपरीतकरणि, Inverted practice, Legs up the wall
91. विपरीत वीरभद्रासन, संस्कृत नाम – विपरीतवीरभद्रासन, Reversed Warrior
92. वीरभद्रासन, संस्कृत नाम – वीरभद्रासन, Warrior
93. पवन मुक्तासन, संस्कृत नाम – पवन मुक्तासन, The Wind Release Pose
94. वीरासन, संस्कृत नाम – वीरासन, ध्यान वीरासन, Hero, Hero’s Meditation
95. अर्ध मत्स्येन्द्रासन, संस्कृत नाम – अर्ध मत्स्येन्द्रासन, Half Lord of Fishes Pose
96. वृक्षासन, संस्कृत नाम – वृक्षासन, Tree
97. बिच्छू मुद्रा, संस्कृत नाम – वृश्चिकासन, Scorpion
98. अद्वासन, संस्कृत नाम – अद्वासन, Reverse Corpse Pose
98. योगनिद्रासन, संस्कृत नाम – योगनिद्रासन, Yogic sleep, Noose Mudra
99. अर्ध पिंच मयूरासन, संस्कृत नाम – अर्ध पिंच मयूरासन, Dolphin Pose
100. व्याघ्रासन, संस्कृत नाम – व्याघ्रासन, Tiger Pose
101. हस्त पादासन, संस्कृत नाम – हस्त पादासन, Forward Bend Pose
102. कुंभकासन, संस्कृत नाम – कुंभकासन, Plank Pose
योगासन चित्र सहित नाम और लाभ PDF Download
आप सभी योगासनों के नाम और उनके लाभ चित्र सहित PDF फॉर्मेट में डाउनलोड कर सकते हैं जिसके लिए निचे दिए गये डाउनलोड लिंक का उपयोग करें:
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हमें उम्मीद है यह योगासन के नाम की लिस्ट आपके काम आयेगी। आप इसमें आसनों के नाम चित्र सहित जान सकते हैं। इसे आपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें।
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