शीत ऋतु पर निबंध हिंदी में 100, 200 शब्द | Winter Season Essay in Hindi

शीत ऋतु पर निबंध लिखना चाहते हैं? यदि हाँ, तो इस आर्टिकल से आपको बहुत मदद मिलने वाली है। आज हम आपको शीत ऋतु के बारे में निबंध देने वाले हैं जिसका उपयोग कर आप सर्दी के मौसम पर निबंध लिख सकते हैं। यह निबंध 100 शब्द, 200 शब्द और 1000 शब्दों में दिए गये हैं। यह winter season Essay in Hindi class 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 आदि के लिए उपयुक्त है लेकिन इसे कोई भी उपयोग कर short या long essay बना सकता है।

शीत ऋतु पर निबंध, 100 शब्द

शीत ऋतु का आरंभ नवम्बर महीने से होता है और फरवरी के अंत तक खत्म हो जाता है, फिर भी इस दौरान मौसम मे हल्की हल्की नमी बरकरार रहती है। सर्दियों का मौसम बहुत से लोगों को काफी भाता है और उन्हे ग्रीष्म ऋतु की अपेक्षा शीत ऋतु ज्यादा पसन्द होता है।

ठण्ड के मौसम में धूप में बैठने से राहत मिलती है इसके अलावा लोग रातों में अलाव जलाना भी पसंद करते हैं। ठण्ड में हमारी पाचन शक्ति बढ़ जाती है। लोग व्यायाम, योगासन, प्राणायाम आदि करते हैं और अपने सेहत का ध्यान रखते हैं। इस मौसम में हरी सब्जियां और स्वादिष्ट फल भी खाने को मिलते हैं।

नवरात्री, दीपावली, छठ, क्रिसमस जैसे बड़े त्यौहार भी इस ऋतु में आते हैं। सर्दी के मौसम में प्रकृति की सुन्दरता भी बढ़ जाती है और इसलिए लोग घूमने-फिरने और पिकनिक मानाने के लिए इस मौसम को बेहतर मानते हैं। शीत ऋतु हम सभी को बहुत ही ज्यादा पसंद है।

शीत ऋतु पर निबंध, 200 शब्द

शीत ऋतू सर्दियों का मौसम है, इस ऋतू में वातावरण का तापमान कम हो जाता है और ठण्ड बढ़ जाती है। नवम्बर महीने से इस ऋतू की शुरुआत होती है और फरवरी तक चलती है। यह मौसम ज्यादातर लोगों को पसंद आता है। लोग ठण्ड से बचने के लिए गर्म कपडे पहनते हैं और धुप सेकते हुए नजर आते हैं।

शीत ऋतू का महत्त्व

इस मौसम में लगभग सभी हरी सब्जियां जैसे मटर, गोभी, पालक, गाजर, मूली आदि बड़ी आसानी से मिल जाते हैं।सब्जियों के अलावा फल जैसे सेब, अंगूर, पपीता, केले आदि भी इस मौसम में मिल जाते हैं जो की हमारे सेहत के लिए लाभकारी होते हैं। शीत ऋतु में किसान भी फसल की बुआई के लिए तैयार रहते हैं।

शीत ऋतु त्योहारों का मौसम है जहाँ नवरात्री, दशहरा, दीपावली, गोवर्धन पूजा, छठ, मकर-संक्रांति जैसे त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाये जाते हैं।

निष्कर्ष

पूरी प्रकृति और प्राणि जगत के लिए शीत ऋतु का मौसम बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से ठण्ड का मौसम सबसे अच्छा मौसम माना जाता है। शीत ऋतु में हमें विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्यकारी और पौष्टिक भोजन खाने को मिल जाते हैं। लगभग हर व्यक्ति को सर्दी का मौसम भाता है और लोग इस मौसम का भरपूर आनंद लेते हैं।

शीत ऋतु निबंध – 1000 शब्द – सर्दी के मौसम पर निबंध

भूमिका

दोस्तो भारत में सदैव परिवर्तनशील मौसमों का आगमन होता ही रहता है, जिसमें मुख्य रूप से कुल 6 ऋतुए होती है जिनके नाम ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत, शिशिर और वसंत ऋतु है। इन सभी ऋतुओं का हमारे जीवन मे एक विशेष महत्व होता है जो हमारे शरीर को बदलते मौसम के साथ अलग- अलग अनुभव देते है।

जहां ग्रीष्म ऋतु में हमारे शरीर को हल्के वस्त्रों की ज़रूरत होती है वही जब शीत ऋतु दस्तक देता है तो उस समय हमारी ज़रूरत बदल जाती है ऐसे में हमे ऊनी कपड़ों की आवश्यकता होती है। इस प्रकार कहा जा सकता है की इंसानों की बहुत सारी ऐसी ज़रूरतें होती है जो मौसमों के हिसाब से परिवर्तित होती है।

शीत ऋतु का शुरुआती महिना नवम्बर होता है जो फरवरी के अंत तक खत्म हो जाता है, फिर भी इस दौरान मौसम मे हल्की हल्की नमी बरकरार रहती है। सर्दियों का मौसम बहुत से लोगों को काफी भाता है और उन्हे ग्रीष्म ऋतु की अपेक्षा शीत ऋतु ज्यादा पसन्द होता है।

अगर मौसम के लिहाज से देखें तो सर्द मौसमों मे तापमान में भारी गिरावट आ जाती है और जब तापमान बहुत अधिक गिर जाता है तो ठण्ड अधिक बढ़ जाती है और इस दौरान बाहर निकलने पर वातावरण में कोहरे की चादर लिपटी होती है। जिससे यातायात जैसी समस्याएं उत्पन्न होने की संभावना बनी रहती है।

शीत ऋतु में बदलती दिनचर्या

ये तो हम सभी जानते है कि जैसे ही सर्दियों का आगमन होता है वैसे ही लोगों की दिनचर्या मे भारी परिवर्तन आता है। जहाँ युवा और बच्चे गर्मियों मे जल्दी उठ जाते हैं वही ठण्ड आते ही उनकी ये आदत बदल जाती है इसका कारण ये है की सर्दियों के दिन आलस से भरे होते है इसकी वजह से कोई भी काम करने पर आलस्य जैसी लगती है। इसलिए इस मौसम में ज्यादतर लोग देर से उठना पसन्द करते हैं।

सर्दियों में हम गर्मियों के मुकाबले कम एक्टिव रह पाते है और अपना ज्यादातर समय धूप के साये में बिताना पसन्द करते हैं। इस मौसम मे सूर्य की किरणें हर व्यक्ति को बहुत भाती है, और वो ठण्ड से बचने के लिए घण्टों अपना समय ऐसे स्थान पर बिताना पसन्द करते हैं जहाँ उन्हे सूर्य की रोशनी प्राप्त हो सके। धूप वाकई ठण्ड मे हमारे शरीर को काफी राहत महसूस कराती है। गर्मियों मे जहाँ हम धूप की वजह से बाहर जाना भी नही चाहते वही सर्दियों में हमारी ये आदत बदल जाती है। 

प्रकृति की सुंदरता

भारत मे कई ऐसे स्थान हैं जहाँ से प्रकृति की खुबसूरती देखने लायक होती है, जैसे पहाड़ी इलाके एवं जहाँ बर्फबारी होती है। बहुत से लोग इन जगहों पर घूमने जाना भी काफी पंसद करते क्योंकि इस वक़्त प्रकृति अपने यौवन का शृंगार खुद करती है। ये मौसम हमे एक अलग ही अनुभव प्रदान करता है।

दिसम्बर एवं जनवरी माह में अधिक ठण्ड पड़ती है और इस समय पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी होती है और बड़े बड़े पहाड़ बर्फ की चादर ओढ़े आने जाने वाले सैलानियों का मन मोह लेते है। ये दृश्य बेहद मनमोहक प्रतीत होता है जो आँखों को एक सुखद अनुभव प्रदान करते हैं। यहाँ की वादियो मे नये नये फूल खिले होते है जो अपने खूबसूरत रंगों से प्रकृति मै निखार ले आते है और जब ये वादिया कोहरे मे खोई नजर आती है तो इसकी छटा देखने लायक होती है। बहुत से लोग ऐसे समय में यात्रा करना ज्यादा पसंद करते हैं क्योंकि उनका मानना होता है कि यह समय प्रकृति की असल सुंदरता असल वास्तविकता से होने का बढ़िया अवसर होता है।

स्वादिष्ट पकवानों का मौसम

दोस्तो हर मौसम की अपनी कुछ न कुछ खासियत होती है और ठण्ड को स्वादिष्ट पकवानों का मौसम भी माना जाता है क्योंकि बहुत से ऐसे भी लजीज व्यंजन होते है जिनका लुत्फ़ हम सिर्फ शीत ऋतु मे ही उठा सकते हैं। इसके साथ ही बहुत से ऐसे फल व सब्ज़ियां होती है जो ठण्ड के मौसम मे ही मिलते है इसलिए ठण्ड मे खाने पीने के शौकीन लोगों की फरमाइश बढ़ जाती है।

सर्दियों मे ज्यादतर खाये जाने वाला व्यनजन ग़ाज़र का हलवा, चुड़ा मटर, मशरूम की सब्ज़ी, कई तरह के स्वादिष्ट पराठे एवं बहुत सी हरी सब्ज़ियां है जिससे तरह तरह के लज़ीज़ व्यनजन तैयार किये जाते है। कुछ लोग तो सिर्फ इन भोज्य पदार्थों का लुत्फ़ उठाने के लिए ही सर्दियों के आने का इंतज़ार करते है। गर्मियों की तुलना मे सर्दियों मे हमारा पाचन तन्त्र ज्यादा मजबूत होता है और हमे भूख भी अधिक लगती है। 

आग जलाने का प्रचलन :-

बदलते समय के साथ भले ही अब इलैक्ट्रिसिटी ने हमारे जीवन के हर काम को सम्भव और बहुत ही सरल कर दिया है जैसे कि ठंड के मौसम मे अब बहुत से घरों मे हीटर का प्रयोग होता हो लेकिन आज भी बहुत सी घरों मे और ग्रामिण क्षेत्रों मे आग जलाने की परम्परा कायम है।

हालांकि ये प्रक्रिया अब बहुत पुरानी हो गई फिर भी आज बहुत से लोग ठण्ड मे लकड़ियाँ जलाकर ठण्ड से निजात पाते है और ये शरीर के लिए काफी लाभकारी भी होता है। आज भी सड़क या गलियों में हमे एक समूह ऐसा मिल जायेगा जहाँ बीच में आग जल रही है और घेर बना कर लोग बातें कर रहे हैं।

बुजुर्गों को आग के निकट रहना बहुत भाता है और कड़कड़ाती ठण्ड मे आग जलाना उनका एक मात्र सहारा होता है या यूँ कहे तो आग के पास से वो हटना ही नही चाहते। ठण्ड मे क्रिसमस, लोहड़ी एवं मकर संक्रांति आती है जिसे हम बड़े धूमधाम से मनाते है और इसी बीच नया साल भी दस्तक देता है जिसे हर धर्म के लोग एक पर्व की तरह मनाते हैं। 

उपसंहार :- 

दोस्तो हर मौसम का हमारे जीवन में एक अलग एवं विशेष महत्व होता है जो हमे कुछ न कुछ सिखाता है। ठण्ड के दिनों से हमे जीवन मे आने वाले हर संघर्ष का सामना करने की प्रेरणा लेनी चाहिए एवं खुद को प्रत्येक कार्यों के लिए सदैव तैयार रखना चाहिए। हर मौसम हमारे भीतर कुछ न कुछ छोड़ कर जाता है जो एक स्मृति की तरह सदा हमारे मस्तिष्क मे रहती है।

आगे पढ़ें:

आपको सर्दी के मौसम पर निबंध कैसी लगी हमें जरुर बताएं। ऊपर दिए गये शीत ऋतू पर निबंध का उपयोग किसी भी class का विद्यार्थी अपने homework या परीक्षा के लिए उपयोग कर सकता है।

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