तेंदुए के बारे में जानकारी (Information about Leopard in Hindi) पढना चाहते हैं? आप बिलकुल सही जगह पर आये हैं, इस आर्टिकल में आपको तेंदुए की कई सारी रोचक जानकारी, तथ्य और मजेदार बाते जानने की मिलेंगी।
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तेंदुए के बारे में 21 रोचक तथ्य – Facts about Leopard in Hindi
1. तेंदुए (लेपर्ड) अफ्रीका, मध्य एशिया, कोरिया, मलेशिया, भारत और चीन सहित दुनिया के लगभग हर हिस्से में पाए जाते हैं।
2. तेंदुआ की आँखों की रेटिना कुछ इस प्रकार होती है की ये अंधेरे में इंसानों की तुलना में सात गुना बेहतर देख तरीके से सकते हैं।
3. इनके कान भी बहुत तेज़ होते हैं, ये हम आम इंसानों की तुलना में 5 गुना ज्यादा सुन सकते हैं।
4. ये अपना ज्यादातर शिकार रात के समय करते हैं और दिन के समय पेड़ों पर आराम करना पसंद करते हैं।
5. अलग-अलग इलाके के तेंदुओं का आकार अलग-अलग हो सकता है, अगर भारतीय तेंदुए की बात करें तो नर तेंदुआ आकार में 4 फीट 2 इंच से 4 फीट 8 इंच तक होता है और इसके 2 फीट 6 इंच से 3 फीट तक लंबी पूंछ होती है, इनका वजन 55-77 किलो के बीच होता है।
6. भारत की मादा तेंदुओं की बात करें तो इनका आकार 3 फीट 5 इंच और 3 फीट 10 इंच के बीच होता है। इनकी 2 फीट 6 इंच से 2 फीट 10.5 इंच तक लंबी पूंछ होती है, और इनका वजन 29 से 34 किग्रा तक होता है।
7. तेंदुआ की रफ़्तार बहुत तेज़ होती है, वे 58 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकते हैं।
8. तेंदुए 6 मीटर की दूर तक छलांग लगा सकते हैं और 3 मीटर की ऊंचाई तक उछल सकते हैं।
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9. इन्हें नदियों में तैरते हुए भी देखा जा सकता है, ये बहुत ही बढिया तैराक भी होते हैं।
More Amazing Information About Leopard in Hindi
10. तेंदुए बहुत ही चालाक होते हैं, कई बारे वे जंगल में रहस्यमय तरीके से छिप जाते हैं और उन्हें ढूंढ पाना नामुमकिन सा हो जाता है।
11. तेंदुए माँसाहारी जानवर हैं और वे ताज़ा मांस ही खाना पसंद करते हैं। ये इलाके के अनुसार विभिन्न प्रकार के जीवों का शिकार करते हैं। उदाहरण के लिए, दक्षिणी अफ्रीका के कुछ क्षेत्रों में उनके आहार में 80% रॉक हाईरेक्स (खरगोश) शामिल हैं। कालाहारी रेगिस्तान में वे लोमड़ी को भोजन बनाते हैं। इसके अलावा वे मछली, कीड़े, सरीसृप, पक्षी, साही, बबून और बंदर जैसे जीवों को भी खाते हैं।
12. इनके शिकार करने का तरीका बहुत ही खतरनाक होता है, ये घात लगा कर शिकार करते हैं और अपने शिकार को प्रतिक्रिया के लिए पल भर भी मौक़ा नही देते। ये सीधे गले पर वार करते हैं और उसे अपने जबड़े से तोड़ कर एक झटके में जान ले लेते हैं।
13. वे पेंड़ पर चढ़ने में काफी कुशल होते हैं, यहाँ तक की वे अपने से ज्यादा भारी शिकार को भी घसीट कर पेंड़ पर चढ़ा देते हैं।
14. वे ज्यादातर अपना शिकार पेंड़ के तने पर ले जाकर खाना पसंद करते हैं ताकि कोई शिकारी या मृत शरीर खाने वाला जानवर उसे परेशान न कर सके।
15. तेंदुए एकांत प्रिय जानवर होते हैं, हमेशा अकेले रहना पसंद करते हैं। वे अपने इलाके में पेड़ों पर अपने पंजे का निशान बना कर अपना क्षेत्र निर्धारित करते हैं जिसमें वे किसी दूसरे तेंदुए को घुसने नही देते।
16. जब तेंदुए गुस्से में होते हैं वे अपने दुश्मनों पर गरजते हैं। वे अलग-अलग प्रकार की आवाजें निकाल सकते हैं, कभी गुर्राते हैं तो कभी खांस कर अपने होने का एहसास कराते हैं।
17. तेंदुए में अनुकूलनशीलता बहुत अधिक होने के कारण इन्हें जंगल, पहाड़, रेगिस्तान जैसे विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में देखा जा सकता है। इसका एक उदाहरण हिम तेंदुए हैं जो की बर्फीले हिमालय जैसे दुर्गम स्थानों में पाए जाते हैं।
18. मादा तेंदुए एक बार में 2 से 6 बच्चे पैदा करते हैं। बच्चे पैदा होने के बाद उन्हें लगभग 8 हफ्तों तक छिपा कर रखा जाता है ताकि उन्हें शिकारियों से बचाया जा सके।
19. मादा अपने बच्चे को छिपाने के लिए कई प्रकार के स्थानों जैसे गहरे घने जंगल, तंग गलियों, दीमक के पुराने टीलों, गहरी खाई के निचले हिस्से जैसे जगहों पर शरण लेते हैं। इसके अलावा वे समय-समय पर अपना ठिकाना बदलते रहते हैं।
20. नेशनल ज्योग्राफिक के कार्यक्रम “आई ऑफ़ द लेपर्ड” को फिल्माने के दौरान एक विचित्र घटना देखी गयी, एक जंगली तेंदुए ने एक बबून (एक प्रकार का बन्दर) को खाने के लिए मार डाला। इसके बाद एक शिशु बबून को मरे हुए बबून से चिपके हुए देख कर, तेंदुए ने शिशु को पेड़ पर चढ़ाकर दुसरे शिकारी जानवरों से उसकी सुरक्षा की। उसने पूरी रात बच्चे की देखभाल की और उसे कुछ इस तरह सीने से लगा के रखा जैसे वह खुदका बच्चा हो।
21. तेंदुओं को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है। अपने शिकार को खाने से मिलने वाली नमी ही उनके लिए पर्याप्त होती है।
तेंदुआ और चीता में क्या अंतर है?
इन सभी के बीच मुख्य अंतर इनके शरीर पर बने हुए निशान हैं। चीते के शरीर में गोल-गोल काले रंग के स्पष्ट निशान बने होते हैं। जबकि तेंदुओं के पास काले और भूरे रंग के धब्बों का एक अधिक जटिल समूह होता है।
चीता के चेहरे पर हम आंखों के कोनों से उनके मुंह तक चलने वाली काली आंसू की रेखा देख सकते हैं। तेंदुए के पास ऐसे निशान नहीं होते हैं।
चीते की रफ्तार तेंदुए से अधिक होती है यही वजह है की चीता अपने शिकार को दौड़ा कर पकड़ता है जबकि तेंदुआ घात लगा कर शिकार करता है।
तेंदुआ दहाड़ता है जबकि चीता दहाड़ नहीं सकता।
तेंदुओं का शरीर चीते के मुकाबले ज्यादा भारी और मोटा होता है। जबकि चीते पतले-दुबले होते हैं।
तेंदुओं की पूँछ ऊपर की तरफ थोड़ी मुड़ी हुई होती है जबकि चीते की पूँछ नीचे की तरफ सीधी होती है।
तेंदुआ और बाघ में क्या अंतर है? (Tiger Vs Leopard in Hindi)
- बाघों के शरीर सफेद या नारंगी होते हैं और उनपर गहरे ऊर्ध्वाधर धारियां बनी होती हैं। जबकि लेपर्ड यानि तेंदुए के शरीर में धब्बे बने होते हैं।
- बाघ का वजन तेंदुए से 3-5 गुना ज्यादा भारी होता है।
- लेपर्ड की तुलना में बाघ ज्यादा कुशल तैराक होते हैं।
- तेंदुए पेड़ों पर चढ़ने के लिए जाने जाते हैं। बाघ इस काम में कच्चा है।
- अगर ताकत की बात करें तो बाघ अधिक शक्तिशाली होता है।
- लेपर्ड किसी बाघ की तुलना में कम दहाड़ता है।
उम्मीद है आपको तेंदुआ के बारे में (About Leopard in Hindi) ये जानकारियाँ पसंद आई होंगी। आप अपने विचार नीचे कमेंट के माध्यम से हम तक जरुर पहुंचाएं।