आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आए हैं भ्रष्टाचार पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। भ्रष्टाचार पर निबंध की आवश्यकता स्कूल और कॉलेज के छात्रों को पड़ती है। इसके अलावा बहुत से छात्र जो किसी कंपटीशन की तैयारी कर रहे होते हैं उन्हें भी भ्रष्टाचार पर निबंध लिखना पड़ सकता है। तो ऐसे में अगर आप भ्रष्टाचार पर निबंध ढूंढ रहे हैं तो हमारे आज के इस पोस्ट को पूरा पढ़ें और जानें भ्रष्टाचार पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में कैसे लिखें।
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भ्रष्टाचार पर निबंध 100 शब्दों में
आज भ्रष्टाचार हमारे देश में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में तेजी के साथ फैलता जा रहा है। यह एक प्रकार की आपराधिक गतिविधि है जो किसी एक व्यक्ति या फिर किसी समूह के द्वारा की जाती है। आज भ्रष्टाचार लगभग हर क्षेत्र में फ़ैल चुका है लेकिन इसकी सबसे अधिक संभावनाएं सत्ता या तंत्र के अंदर काम करने वाले भ्रष्टाचारियों के द्वारा होती है। भ्रष्टाचार से देश और समाज का बहुत नुकसान होता है। जो लोग भ्रष्टाचार करते हैं वे बहुत ही स्वार्थी और लालची प्रवृत्ति के होते हैं। सरकार को ऐसे लोगों के लिए कड़े से कड़े कानून बनाने चाहिए। इसके अलावा आम जनता को भी जागरूक होना चाहिए और भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठानी चाहिए क्योंकि तभी इसको कम किया जा सकता है।
भ्रष्टाचार पर निबंध 150 शब्दों में
भ्रष्टाचार एक ऐसी समस्या है जो हमारे देश को दीमक की तरह खाए जा रही है। हमारे देश की अर्थव्यवस्था को और सामाजिक व्यवस्था को भी यह अंदर से खोखला कर रहा है। इसीलिए आज भ्रष्टाचार हमारे देश की एक बहुत बड़ी चुनौती बन चुका है।
कोई भी देश तब तक आगे नहीं बढ़ सकता जब तक उस देश में भ्रष्टाचार हो। इसीलिए जिस देश में चारों तरफ भ्रष्टाचार फैला हो वहां पर कभी भी प्रगति नहीं हो सकती। यदि हम अपने देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे जरूरी है कि भ्रष्टाचार को फैलने से रोका जाए।
जब कोई व्यक्ति अपने काम के लिए पूरी तरह से वफादार नहीं होता और गलत तरीके से लाभ कमाने के लिए अनैतिक कार्यों को करने लगता है तो उसकी वजह से भ्रष्टाचार जन्म लेता है। भ्रष्टाचार किसी भी जगह पर हो सकता है और इसे रोकने के लिए जरूरी है कि हर कार्य में पारदर्शिता लाई जाए। हम सबको यह प्रण करना चाहिए कि ना तो हम खुद भ्रष्टाचार करेंगे और ना ही किसी और को भ्रष्टाचार करने देंगे।
भ्रष्टाचार पर निबंध 250 शब्दों में
किसी भी देश की प्रगति के लिए सबसे जरूरी है कि उस देश के ऊंचे पदों पर बैठे हुए लोग ईमानदार हो। जब कोई शीर्ष पद पर बैठा हुआ व्यक्ति अपने काम के प्रति सच्चा होता है तो वह देश को प्रगति की ओर ले जाता है। वह देश किसी भी सूरत में अपना विकास नहीं कर सकता जहां पर भ्रष्टाचार ने पैर जमा लिए हों। हमारे देश के लिए आज भ्रष्टाचार एक बहुत बड़ी परेशानी बन चुकी है और यह एक ऐसी समस्या है जो पूरी दुनिया में अपनी शाखाएं फैला रही है।
जब कोई व्यक्ति अपने काम के प्रति ईमानदार नहीं होता और अपने कार्य में गलत आचरण को शामिल कर लेता है तो तब वह भ्रष्टाचारी बन जाता है। भ्रष्टाचार एक ऐसी चीज है जो किसी भी जगह पर देखा जा सकता है। जैसे किसी सरकारी विभाग में काम करने के बदले रिश्वत लेना। कई बार बहुत से बदमाश और अपराधी पुलिस को पैसे देकर सजा से बच जाते हैं। जब भ्रष्ट लोग राजनीति में होते हैं वे करोड़ों-अरबो रुपयों का भ्रष्टाचार बहुत आसानी से कर लेते हैं। ऐसी स्थिति होने पर देश बर्बादी की तरफ चला जाता है।
रिश्वतखोरी एक ऐसा भ्रष्टाचार है जो की आमतौर पर कई जगहों पर देखा जाता है। इस काम में सिर्फ रिश्वतखोर ही नही बल्कि वे लोग भी उतने ही जिम्मेदार होते हैं जो ऐसे लोगों को पैसे देकर अपना काम कराते हैं। इसलिए जो रिश्वत लेने वाला होता है और जो रिश्वत देने वाला होता है वे दोनों ही समान दोषी होते हैं।
अगर हम भ्रष्टाचार को मिटाना चाहें तो यह इतना आसान नहीं है क्योंकि इसका जहर सब जगह फैला हुआ है। लेकिन अगर सरकार और जनता पूरी सच्चाई से भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए काम करे तो निश्चित तौर पर बदलाव लाया जा सकता है।
भ्रष्टाचार पर निबंध 500 शब्दों में
जब किसी ऊंचे पद पर बैठा हुआ कोई व्यक्ति लालच या दुर्भावना की वजह से अपने पद और अधिकारों का गलत उपयोग करता है तो उसे भ्रष्टाचार कहा जाता है। आज हमारे देश में ही नही बल्कि पूरी दुनिया के सामने भ्रष्टाचार एक बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है क्योंकि इसकी जड़े छोटी नहीं हैं। किसी भी देश का विकास तब तक नहीं हो सकता जब तक वहां पर ईमानदारी और सच्चाई ना हो। लेकिन अफसोस की बात यह है कि भ्रष्टाचार देश में बहुत तेजी से के साथ बढ़ता जा रहा है और हमारे देश को यह अंदर ही अंदर खोखला कर रहा है।
भ्रष्टाचार के प्रकार
भ्रष्टाचार के कई प्रकार है जोकि निम्नलिखित हैं –
प्रशासनिक भ्रष्टाचार
कई बार सरकारी कार्यालयों में काम करने के लिए लोगों से रिश्वत लिए जाते हैं। अगर हमें अपना कोई काम करवाना है तो पहले हमें पैसा देना पड़ता है। अब तो आम जनता को भी यही लगता है कि बिना पैसों के वह किसी भी सरकारी विभाग से अपना काम नहीं करा सकते। इसलिए वे अपना कोई भी सरकारी काम रिश्वत देकर करवा लेते हैं। पर अगर कोई ईमानदार व्यक्ति रिश्वत नहीं देता है तो ऐसे में उसका काम नहीं किया जाता बल्कि उसे बहुत परेशान किया जाता है। अफसोस की बात है कि पूरा प्रशासन ही भ्रष्टाचार से लिप्त हो चुका है। इसके चलते सरकार ने जो गरीबों के लिए बहुत सी योजनाएं चलाई हैं उनका पैसा भी सरकारी कार्यालयों के भ्रष्ट लोग हड़प जाते हैं।
राजनीतिक भ्रष्टाचार
उस देश को बर्बाद होने से कोई नहीं रोक सकता जहां पर शासन करने वाले लोग ही भ्रष्टाचारी होते हैं। आज सत्ता में बैठे हुए और राजनीति से जुड़े हुए लोगों के भ्रष्टाचारों के बारे में नई नई खबरें सुनने को मिलती हैं। जो लोग तंत्र में ऊँचे पदों पर हैं वे करोड़ों रुपयों का घोटाला बहुत आसानी के साथ कर जाते हैं जिसकी वजह से देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचता है। जब चुनाव होता है तो तब लोगों को पैसों का लालच देकर उनसे वोट मांगे जाते हैं। लेकिन कोई भी नागरिक यह नहीं सोचता कि जो लोग वोटों को खरीद कर सत्ता संभालते हैं वे देश का बिल्कुल भी विकास नहीं कर सकते।
व्यावसायिक भ्रष्टाचार
आज के दौर में वस्तुओं में मिलावट होना एक बहुत ही आम सी बात हो चुकी है। हर कोई चाहता है कि वो ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाए। इसीलिए ऐसे लोग वस्तुओं में अनेकों प्रकार की मिलावट करते हैं। बाजार में नकली चीजों की भरमार है और आम नागरिकों को नकली चीजें बेचकर व्यवसायिक लोग खूब ठग रहे हैं।
भ्रष्टाचार के नुकसान
भ्रष्टाचार से होने वाले नुकसान बहुत सारे हैं जो कि निम्नलिखित इस प्रकार से हैं –
- भ्रष्टाचार की वजह से देश आर्थिक रूप से कंगाल हो सकता है और ऐसा देश फिर बर्बादी की कगार पर पहुंच जाता है।
- जो लोग गरीब हैं वह भ्रष्टाचार की वजह से और भी ज्यादा गरीब हो गए हैं। जो लोग अमीर हैं वे बेईमानी करके और भी ज्यादा अमीर बन चुके हैं।
- भ्रष्टाचार के कारण लोगों को अपना कोई भी काम करवाने के लिए रिश्वत देनी पड़ती है क्योंकि बिना रिश्वत के उनका काम नहीं होता।
- सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार बहुत ज्यादा फैल चुका है और इस वजह से लोगों का प्रशासन पर से भरोसा उठ गया है।
- रिश्वत देकर लोग नौकरी हासिल कर लेते हैं और कई बार इस वजह से काबिल और होनहार लोग नौकरी प्राप्त नहीं कर सकते।
भ्रष्टाचार को कैसे रोका जाए
आज तक ऐसी कोई भी समस्या नहीं है जिसका कोई समाधान ना हो। इसमें कोई शंका नहीं कि भ्रष्टाचार आज दीमक की तरह चारों तरफ फैल गया है लेकिन यदि हम ठान ले कि हमें इसे पूरी तरह से खत्म करना है तो हम ऐसा कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि ऐसे लोगों का राजनीतिक भविष्य पूरी तरह से खत्म कर दिया जाए जो भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। इसके अलावा अपना वोट हमें केवल ऐसे व्यक्ति को देना चाहिए जो सही हों। किसी भी सरकारी काम के लिए हमें रिश्वत नहीं देनी चाहिए और यदि हमसे कोई रिश्वत की डिमांड करता है तो हमें उसकी शिकायत करनी चाहिए। इसके साथ साथ जो लोग मिलावट करते हैं हमें उनकी चीजों का बहिष्कार करना चाहिए। सरकार को भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े कानून और नियम बनाने चाहिए इसके अलावा पूरी व्यवस्था को पारदर्शी बनाना चाहिए ताकि भ्रष्टाचार करने में कठिनाई हो।
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दोस्तों यह कि हमारी आज की पोस्ट जिसमें हमने आपको भ्रष्टाचार पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में बताया। हमें पूरी उम्मीद है कि हमारा यह आर्टिकल आपके लिए जरूर हेल्पफुल रहा होगा। यदि आपको जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे सोशल मीडिया पर उन लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें जो corruption essay in Hindi ढूंढ रहे हैं।