स्वच्छता पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में | Essay on Swachata in Hindi

आज की इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आए हैं स्वच्छता पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। स्वच्छता का हर इंसान के जीवन में बहुत ज्यादा महत्व होता है क्योंकि यह लोगों के जीने के ढंग को गुणवत्ता से भरपूर बनाती है। इसी वजह से स्कूल में जाने वाले बच्चों को स्वच्छता को लेकर जागरूक किया जाता है। ऐसे में कई बार परीक्षा में स्वच्छता पर निबंध (essay on Swachata in Hindi), स्वच्छता का महत्व निबंध लिखने के लिए कहा जाता है। इसके अलावा बहुत से प्रतियोगी परीक्षाओं में भी स्वच्छता पर निबंध पूछा जाता है। अगर आप भी स्वच्छता पर निबंध अलग-अलग शब्दों में ढूंढ रहे हैं तो हमारे आज के इस लेख को जरुर पढ़ें। 

swachata par nibandh

स्वच्छता पर निबंध 100 शब्दों में

स्वच्छता हर मनुष्य के जीवन का एक बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण अंग है। अपने शरीर की स्वच्छता से लेकर अपने आसपास के वातावरण की स्वच्छता भी हमारी जिम्मेदारी है। यह इंसान के स्वस्थ रहने और बेहतर जीवन जीने का तरीका है। इसलिए किसी भी इंसान को स्वच्छता के साथ भूल से भी समझौता नहीं करना चाहिए। स्वच्छ रहना उतना ही जरूरी है जितना कि खाना, हवा और पानी जरूरी है। यही वजह है कि कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि जहां पर साफ-सफाई यानी कि स्वच्छता होती है वहां पर ईश्वर का वास होता है। 

स्वच्छता पर निबंध 150 शब्दों में

स्वच्छता हर इंसान के लिए जरूरी है इसलिए हम सभी को अपने आपको और अपने आसपास की जगहों को साफ सुथरा रखना चाहिए। इसके साथ साथ हमें हमेशा साफ और धुले हुए कपड़े ही पहनने चाहिए। इसके अलावा जब भी खाना खाएं तो हमेशा अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोना चाहिए। जब इंसान स्वच्छ रहता है तो उस इंसान की समाज में अच्छी छवि बनती है। स्वच्छता इंसान के चरित्र को दर्शाता है इसलिए साफ रहना अति आवश्यक होता है। 

जो लोग यह चाहते हैं कि उनका भविष्य बेहतर हो और वे निरोगी जीवन जियें तो उन्हें हमेशा स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए हमें हमेशा अपने दांत, शरीर और कपड़ों को साफ़ रखना चाहिए। छोटे बच्चों को स्वच्छता के बारे में अपने माता-पिता से जानकारी लेनी चाहिए। जब इंसान स्वच्छ रहता है और अपने आसपास के वातावरण को भी पूरी तरह से साफ रखता है तो तब उसे किसी भी तरह की बीमारी नहीं हो सकती। इस तरह से व्यक्ति जब छोटी-छोटी बातों की तरफ ध्यान देता है तो तब वह खुद को और अपने आसपास की जगह को स्वच्छ बना सकता है। 

स्वच्छता पर निबंध 250 शब्दों में

स्वच्छता से हर इंसान का पूरा शरीर, दिमाग, पहनने के कपड़े और उसका घर शुद्ध रहता है। व्यक्ति के आसपास का वातावरण स्वच्छ है तो इससे उसके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ता है। इसलिए स्वच्छता से व्यक्ति का सामाजिक और बौद्धिक विकास होता है। जो लोग स्वच्छता को नहीं अपनाते उनकी समाज में कोई भी इज्जत नहीं करता और ना ही उन्हें कोई सम्मान की दृष्टि से देखता है। इसलिए समाज में अपनी एक अच्छी पहचान बनाए रखने के लिए जरूरी है कि स्वच्छता को अपनाया जाए। 

स्वच्छता के लिए जरूरी आदतें

स्वच्छता के लिए कुछ आदतें हर इंसान में होनी चाहिए और वो आदतें निम्नलिखित हैं – 

  • हर दिन अपने दांत साफ करने चाहिए और मुंह धोना चाहिए।
  • नहाकर साफ-सुथरे कपड़े पहनने चाहिए।
  • हमेशा कूढ़े को कूड़ेदान में डालना चाहिए।
  • अपने आसपास के स्थान साफ को रखना चाहिए क्योंकि गंदगी होने पर फंगस, वाइरस और कीटाणु जन्म लेते हैं जोकि कई तरह की जानलेवा बीमारियों का कारण बन सकते हैं। 
  • भोजन करने से पहले हाथों को धोना चाहिए। इसी तरह से भोजन करने के बाद भी हाथ धोने चाहिए।
  • ना तो खुद गंदगी फैलाएं और ना ही दूसरे लोगों को गंदगी फैलाने दें। 

स्वच्छता क्यों जरूरी है

स्वच्छता इसलिए जरूरी है क्योंकि जब व्यक्ति खुद साफ नहीं रहता और उसका आसपास का वातावरण भी गंदा रहता है तो इससे संक्रमण फैलने का डर रहता है। लेकिन समाज को स्वच्छ बनाए रखने की जिम्मेदारी किसी एक व्यक्ति की नहीं है बल्कि इसकी जिम्मेदारी देश के हर नागरिक की है। हर इंसान को स्वच्छता के महत्व को समझते हुए खुद को और अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाना चाहिए। 

स्वच्छता पर निबंध 500 शब्दों में

स्वच्छता हर इंसान के लिए बहुत जरूरी होती है चाहे वह किसी भी जगह पर रहता हो उसे हमेशा साफ रहना चाहिए। स्वच्छता एक तरह की नहीं होती बल्कि स्वच्छता कई तरह की होती है जैसे कि सामाजिक, व्यक्तिगत और वैचारिक स्वच्छता। इसे हर क्षेत्र में अपनाना चाहिए वैसे हर क्षेत्र में स्वच्छता के मायने अलग-अलग हो सकते हैं जैसे कि अगर हमारे विचार अच्छे हैं तो तब हम एक अच्छे इंसान बनते हैं। वहीं हमारी व्यक्तिगत स्वच्छता बहुत सी खतरनाक बीमारियों से हमारा बचाव करती है। इसलिए हर मनुष्य को चाहिए कि वह स्वच्छता का सार्वभौमिक विकास करें

स्वच्छता का महत्व 

इंसान को चाहिए कि वो स्वच्छता से संबंधित नियमों का सख्ती के साथ पालन करें फिर चाहे वो छोटा हो या फिर बड़ा हो। इसलिए सदैव भोजन करने से पहले और भोजन के उपरांत अपने हाथों को साबुन से धोना, दांतों को ब्रश करना, रोज नहाना, नीचे गिरी हुई चीज को ना खाना,  अपने नाखूनों को बढ़ने पर काटना अपनी आदत बना लेना चाहिए। कुछ लोग कूड़े को गली में फेंक देते हैं जो कि बहुत गलत बात है इससे वातावरण प्रदूषित होता है और कई तरह के कीटाणु भी पनपने लगते हैं। तो हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी सार्वजनिक स्थान पर कूड़ा ना फेंके और हमेशा सूखे एवं गीले कचरे को अलग-अलग कूड़ेदान में डालना चाहिए। ऐसे और भी बहुत सारे कार्य हैं जिनको करके आप अपने अंदर स्वच्छता की आदतों का विकास कर सकते हैं। 

स्वच्छता से होने वाले लाभ 

स्वच्छता से होने वाले लाभ बहुत सारे हैं जो कि निम्नलिखित हैं –

  • स्वच्छता व्यक्ति को कई तरह की बीमारियों से बचाती है। 
  • जिस देश में स्वच्छता होती है उस देश में प्रगति भी तेजी के साथ होती है।
  • साफ-सफाई रखने वाला व्यक्ति अपने आसपास के सारे वातावरण को गंदा होने से बचा सकता है। 
  • स्वच्छ रहने वाले व्यक्ति का दूसरे लोग बहुत सम्मान करते हैं। 
  • जो इंसान स्वच्छता को अपने जीवन में अपनाता है उसका विकास लगातार होता रहता है।
  • इस तरह से मानसिक स्वच्छता को अपनाकर अपने आसपास के क्षेत्र को शांत और सुंदर बनाया जा सकता है। 
  • कई प्रकार की आपराधिक गतिविधियां मानसिक स्वच्छता के कारण रुक सकती हैं। 

सरकार द्वारा चलाए गए सफाई अभियान 

भारत की सरकार ने भारत में स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत करके लोगों में स्वच्छता को लेकर जागरूकता फैलाने की कोशिश की है। इस अभियान के तहत बहुत से गांवों में जहां पर शौचालय नहीं थे वहां पर शौचालय बनवाए गए। इसके साथ-साथ-साथ स्वच्छ भारत अभियान में लोगों को अपने घरों के आसपास, धार्मिक स्थलों, कार्य स्थलों, कॉलेज, स्कूल और गार्डन की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के लिए जोर दिया गया। यह अभियान लोगों के बीच बहुत ज्यादा लोकप्रिय भी रहा और इसकी वजह से अनेकों लोगों ने स्वच्छता के महत्व को समझा। इसके अलावा ऐसी बहुत सारी सरकारी और गैर सरकारी संस्थाएं भी हैं जो लोगों को व्यक्तिगत रूप से स्वच्छ रहने के लिए मोटिवेट करतीं हैं। यदि देश के सभी लोग स्वच्छ रहने लगें तो पूरे देश को प्रगतिशील और विकासशील बनाया जा सकता है।

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दोस्तों यह था हमारा आज का पोस्ट स्वच्छता पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। इसमें हमने आपको स्वच्छता पर निबंध (essay on swachata in Hindi) अलग-अलग शब्दों में बताया। हमें पूरी आशा है कि हमारा यह लेख आपके लिए बहुत उपयोगी रहा होगा। अब आप बहुत आसानी के साथ स्वच्छता पर निबंध लिख सकेंगें। अगर आपको ये जानकारी उपयोगी लगी हो तो हमारे इस पोस्ट को उन लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें जो स्वच्छता पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में ढूंढ रहें हैं। 

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