बच्चों के उत्तम स्वास्थ्य के लिए स्कूलों में उन्हें अनेकों तरह खेल खेलने का मौका दिया जाता है। इस तरह से उनका स्वास्थ्य भी ठीक रहता है और उनका मनोरंजन भी हो जाता है। साथ ही साथ जब बच्चों को नियमित रूप से स्कूलों में खेल खिलवाए जाते हैं तो तब उनकी प्रतिभा भी निखरती है और कई बच्चे तो आगे जाकर बड़े खिलाड़ी बनते हैं।
तो अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि आखिर स्कूलों में कौन से खेल खेले जाते हैं। तो इसका जवाब पाने के लिए आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पूरा पढ़ना होगा। इसमें हम ने उन सभी खेलों के नामों को कवर किया है जो विद्यालयों में बच्चों के खेलने के लिए आयोजित करवाए जाते हैं।
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स्कूल में खेले जाने वाले खेलों के नाम
ऊपर हमने जो खेलों के नाम बताए हैं उनके अलावा भी छात्रों को स्कूलों में और भी बहुत सारे खेल खेलने का चांस मिलता है। यहां हम स्कूल में खेले जाने वाले अन्य खेलों के नाम बता रहे हैं जो कि निम्नलिखित इस प्रकार से हैं –
- राजा मंत्री चोर सिपाही
- पोशम्पा
- लम्बी कूद
- ऊँची कूद
- खो-खो
- रस्साकसी
- गिल्ली-डंडा
- शतरंज
- क्रिकेट
- कुश्ती
- टेबल टेनिस
- तैराकी
- सॉफ्टबॉल
- फुटबाल
- हॉकी
- एथलेटिक्स
- साइकिलिंग
- थ्रो बॉल
- रोल बॉल
- कराटे
- सुपर सेवन क्रिकेट
- ताइक्वांडो
- बाल बैडमिंटन
- तीरंदाजी
- हैंडबॉल
- जूड़ो
- जिमनास्टिक
- बास्केटबॉल
- टेनिस
- वॉलीबॉल
स्कूल में खेले जाने वाले महत्वपूर्ण खेलों के नाम
स्कूलों में बहुत सारे खेल आयोजित करवाए जाते हैं जिनके बारे में जानकारी निम्नलिखित इस प्रकार से –
खो-खो
यह हमारे देश का एक बहुत ही पारंपरिक खेल है जो बच्चे बड़े सभी बहुत पसंद करते हैं। यह खेल अब विशेषतौर से स्कूलों में भी आयोजित करवाया जाता है जिससे कि बच्चे शारीरिक तौर पर मजबूत बनने के साथ-साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ बने।
स्कूलों में खेला जाने वाला यह खेल खेलने के लिए बच्चों को दो समूह में बांटना होता है। फिर उसके बाद एक टीम के सदस्य बैठते हैं और दूसरी टीम के सदस्य भागने वाली टीम के होते हैं। अगर भागने वाली टीम के सदस्यों को छू लिया जाए तो वह आउट हो जाता है। इस तरह से यह मुकाबला दोनों टीमों के बीच होता है।
गिल्ली डंडा
गिल्ली डंडा भी स्कूल में खेले जाने वाले खेलों में से एक है। बल्कि इस खेल को बच्चे अपने घरों से ही खेलना शुरू कर देते हैं क्योंकि सभी को यह बहुत पसंद होता है। इस खेल को खेलने के लिए छात्रों को किसी प्रकार की टीम बनाने की जरूरत नहीं होती।
इसे विद्यार्थी अकेले भी खेल सकता है और दोस्तों के साथ भी इस गेम को खेल सकता है। इसमें गिल्ली को डंडे से मारकर उछालना होता है जिससे कि वह दूर जाकर गिरे। जिस भी छात्र की गिल्ली सबसे ज्यादा दूर जाकर गिरती है वह जीत जाता है। लेकिन इसमें ध्यान रखना होता है कि दिल्ली किसी के आंख में ना लग जाए क्योंकि उससे काफी नुकसान हो जाता है।
क्रिकेट
शायद ही कोई ऐसा छात्र हो जिसे क्रिकेट खेलना अच्छा नहीं लगता हो। क्रिकेट है ही ऐसा खेल जिसे बच्चे बड़े सभी पसंद करते हैं। स्कूल में खेलने वाले इस खेल का आयोजन प्ले ग्राउंड में होता है क्योंकि इसे खेलने के लिए थोड़ी बड़ी जगह की आवश्यकता होती है।
बच्चों की दो टीमें बना दी जाती है जिनमें 11-11 छात्र शामिल होते हैं। फिर टॉस जीतने के बाद दोनों टीमों में मुकाबला शुरू हो जाता है। क्रिकेट खेलना विद्यार्थियों को इसलिए भी पसंद होता है क्योंकि आगे चलकर वे इसमें अपना कैरियर बनाना चाहते हैं।
बैडमिंटन
स्कूलों में खेले जाने वाले खेल में बैडमिंटन का नाम भी आता है। यह रैकेट से खेला जाता है और इसे खेलने के लिए 2 छात्रों की जरूरत पड़ती है। छात्र आमतौर पर इस खेल को अपने स्कूल के मैदान में खेलते हैं।
बैडमिंटन और कॉक से खेले जाने वाला यह खेल बहुत ही रोमांचक होता है। इस खेल के दौरान अगर खिलाड़ी की कॉक जमीन पर गिर जाती है तो उसका एक पॉइंट कम हो जाता है। इस तरह से जिस खिलाड़ी के सबसे ज्यादा पॉइंट होते हैं वह जीत जाता है।
कबड्डी
स्कूल में खेले जाने वाले खेलों के नाम में कबड्डी का नाम भी आता है जो कि हमारे उत्तर भारत में बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय है। जिस तरह से क्रिकेट खेलते समय छात्रों को बहुत ज्यादा मजा आता है ठीक इसी तरह यह खेल भी मनोरंजन से भरपूर है।
अपने अध्यापक की उपस्थिति में इस खेल को खेलने का अनुभव काफी अच्छा होता है। इस खेल को खेलने के लिए बच्चों को दो ग्रुप में बांट दिया जाता है और फिर उन्हें सांस रोककर कबड्डी-कबड्डी कहते हुए यह खेल शुरू करना होता है।
फुटबॉल
फुटबाल इस देश के लोकप्रिय खेलों में से एक है। इसमें दो टीमें होती हैं और दोनों की अपनी गोल पोस्ट होती है। बाल को पैर से मारकर विरोधी टीम के गोल पोस्ट में डालना होता है। जो टीम ज्यादा गोल करती है वह जीत जाती है।
फुटबॉल का खेल जहां छात्रों को खेलने का चांस मिलता है वहीं अब छात्राओं को भी अपने स्कूल में फुटबॉल खेलने का मौका मिलता है। फुटबॉल का क्रेज क्योंकि लोगों में बहुत ज्यादा है इसलिए इस खेल को खेलते हुए सभी बहुत मजे करते हैं। इस गेम को बच्चों के टीचर उन्हें स्कूल के मैदान में खिलाते हैं क्योंकि इसे खेलने के लिए बड़े हिस्से की आवश्यकता होती है।
रस्साकसी
स्कूल में खेले जाने वाले खेलों में रस्साकसी भी काफी लोकप्रिय है। इसे बच्चे बहुत ज्यादा पसंद करते हैं। इसे खेलने के लिए छात्रों को दो समूह में बांट दिया जाता है। साथ ही उनका एक एक लीडर भी बना दिया जाता है। उसके बाद फिर दोनों समूहों के बीच रस्सी को खींचने का खेल शुरू होता है। इस खेल को खेलते हुए बच्चे बहुत ज्यादा हंसते और खिलखिलाते हैं। इस खेल को वही ग्रुप जीतता है जो रस्सी को अपनी तरफ खींच लेता है।
निष्कर्ष
स्कूल में खेले जाने वाले खेलों के नाम के इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि कौन-कौन से खेल छात्र खेल सकते हैं। हमने उन सभी खेलों के नाम बताएं जो इस समय बच्चों को स्कूल में खेलने के लिए आयोजित करवाए जाते हैं। इसके साथ ही हमने यह भी बताया कि बच्चे किसी भी खेल को कैसे खेल सकते हैं। आपको यह बात भी अच्छी तरह से क्लियर हो गई होगी कि बच्चों के विकास के लिए खेल बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि हमारा यह लेख आपके लिए उपयोगी रहा होगा। इसलिए अगर आपको जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे दूसरे लोगों के साथ में जरूर शेयर करें।
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