तितली आसन क्या है? तितली आसन कैसे करें? तितली आसन के फायदे और नुकसान क्या हैं? आइये इन सभी सवालों के जवाब जाते हैं।
वर्तमान समय में मानसिक तनाव बहुत ही आम बात हो गयी है आज की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हर कोई किसी न किसी तरीके से परेशान है जिसकी वजह से मानसिक तनाव होना जाहिर सी बात है।
ये बात तो हम सभी जानते है की मानसिक तनाव हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना ज्यादा खतरनाक है और हमारे शरीर में लगभग हर एक बीमारी का मुख्य कारण तनाव है, लेकिन इस टेंशन को हम कुछ समय के लिए भूलकर अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें और योग प्राणायाम करें तो हम तनाव मुक्त हो सकते है।
इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको योग के माध्यम से अपने टेंशन को कैसे दूर करें इसकी जानकारी प्रदान करने वाले है इस कड़ी में आज हम आपको तितली आसन से जुड़ी सभी जानकारियाँ देने जा रहे हैं। तितली आसन से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे आज के इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े।
Contents
तितली आसन क्या होता है?
आज के दौर में हमें शारीरिक और मानसिक तौर पर अपने थकान को दूर करने के लिए एकमात्र साधन योगासन या प्राणायाम ही है। जैसे की तितली आसन तितली आसन दो शब्द तितली + आसन = तितली आसन से मिलकर बना है। इसका शाब्दिक अर्थ तितली की मुद्रा में बैठना है इस योग की मुद्रा बद्धकोणासन के समान है।
लेकिन बद्धकोणासन और तितली आसन में बहुत अंतर है क्योंकि इस मुद्रा में तितली की भांति अपने घुटनों और पैरों को ऊपर-नीचे हिलाते है जबकि बद्धकोणासन में पैरों को जमीन पर स्थिर रखना होता है। अगर आप इस योग को रोजाना करते है तो आप दिनभर तरोताजा और अच्छा महसूस करते हैं। इसीलिए ऐसा कहा जाता है कि इस योग को करने से शरीर की थकान दूर हो जाती है और इसके साथ ही शरीर में स्फूर्ति का संचार होता है। आइये तितली आसन करने का तरीका जानते हैं
तितली आसन कैसे करें?
तितली आसन करना बहुत ही आसान है आइये जानते हैं की तितली आसन कैसे करते हैं:
- सबसे पहले समतल स्थान पर या योग मैट पर बैठ जाएँ।
- अब अपने दोनों पैरों के तलवे को आपस में मिलाएं।
- जितना हो सके अपनी एड़ियों अपने शरीर के पास लायें।
- अब धीरे-धीरे अपने दोनों घुटनो को तितली के पंखों की तरह ऊपर-नीचे करें।
- कोशिश करें की निचे आते समय आपका घुटना जमीन को स्पर्श करे लेकिन इसके लिए अधिक बल का प्रयोग न करें।
- कुछ मिनटों तक इस अभ्यास को करें।
ध्यान रहे आपको अपने घुटनों पर या पैरों पर जबरदस्ती जोर नही डालना है। शुरुआत में आपके घुटने निचे स्पर्श नही करेंगे लेकिन धीरे-धीरे अभ्यास से यह बहुत ही आसान हो जायेगा।
तितली आसन के फायदे
इसमें कोई दो राय नहीं है की हर आसन के अपने अलग अलग फायदे होते है। ठीक इसी तरह तितली आसन के अनेक फायदे है जिसके बारे में बहुत कम ही लोगों को पता है। यह फायदे निम्नलिखित है:
- यही नही तितली आसन से मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं जैसे – एंजायटी, चिंता, तनाव और स्ट्रेस डिसऑर्डर आदि को दूर करने में सहायक है।
- इससे पीठ दर्द में लाभ मिलता है।
- इससे हमारे पैरों को मजबूती मिलती है और कूल्हों की अंदरूनी तनाव खत्म होता है।
- महिलाओं के लिए अत्यंत लाभकारी यह योग शरीर की थकान को दूर करता है।
- आंतों के लिए बहुत ही लाभकारी होने के साथ यह आसन कूल्हों में लचीलापन भी लाता है।
- तितली आसन को करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह हमारे शरीर को काफी लचीला बना देता है जिससे हमे बुढ़ापा में काफी फायदा होता है।
- इस आसन को करने से जांघो और घुटनों के आसपास अच्छा खीचाव उत्पन्न होता है, जिससे कमर में लचीलापन बढ़ता है।
- जैसा की हमने आपको पहले ही बताया है की इस आसन को करने का फायदा महिलाओं को बहुत होता है। मासिक धर्म के दौरान होने वाले असुविधा और दर्द में इस आसन का अभ्यास अवश्य करें।
- अगर महिलाएं अपनी गर्भावस्था के दौरान इस आसन का प्रयोग करती है तो उन्हें अन्य महिलाओं की अपेक्षा कम दर्द का सामना करना पड़ता है।
- काम के दौरान एक लंबे समय तक खड़े रहने पर मांशपेशियों में होने खिंचाव और थकान में इस आसन से राहत मिलता है।
- इस आसन के माध्यम से हैप्पी हार्मोन्स रिलीज होता है जो हमें खुश रहने में भी मदद करता है।
- यह बल्ड सर्कुलेशन को ठीक कर शरीर को बहुत ही अच्छे से डिटाक्स और हमारी मांशपेशियों को और भी मजबूत बनाता है।
- ऐसा माना जाता है की अगर रोजाना इस आसन का प्रयोग किया जाए तो किसी भी तरह की कोई भी बिमारी से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।
तितली आसन के नुकसान
तितली आसन के जहां अनेकों फायदे हैं तो वही इसका कुछ नुकसान भी हैं। नॉर्मल हम अपने दिनचर्या में थोड़ा बहुत योग या ध्यान तो करते हैं लेकिन उस आसन को करने का सही तरीका हमें ना मालूम हो तो हम उससे लाभ लेने की जगह अपने स्वास्थ्य को हानि में डाल सकते हैं।
तो चलिए आज हम तितली आसन से जुड़े नुकसान के बारे में भी जान लेते है:
- अगर कोई व्यक्ति घुटने या टखने की समस्या से परेशान है, तो उस व्यक्ति को तितली आसन का अभ्यास करने से बचना चाहिए या किसी विशेषज्ञ की देखरेख में इस आसन का अभ्यास करना चाहिए।
- किसी भी गर्भवती महिला को तितली आसन (Butterfly Pose) का अभ्यास नहीं करना चाहिए। इससे उनके बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है।
- इस आसन का अभ्यास उस व्यक्ति को नहीं करना चाहिए, जिस व्यक्ति को बुखार हो हा बुखार ठीक होने के बाद आप इस आसन को कर सकते है।
- अगर आपको तितली आसन को करने में किसी तरह की कोई समस्या हो रही हो तो आप इस आसन का अभ्यास ना करें।
- अगर कोई व्यक्ति पहली बार इस आसन को कर रहा है, तो उस व्यक्ति को इस आसन को धीरे धीरे करना चाहिए और अपनी शरीर की क्षमता अनुसार करना चाहिए।
- यदि आपके घुटने में चोट या मोच आयी हुए है तो कृपया आप तितली आसन का अभ्यास ना करें।
निष्कर्ष –
वर्तमान समय में योग प्राणायाम कसरत और आसन ही हैं जो हमें मानसिक और शारीरिक तौर पर स्वस्थ और शांत रखने में मददगार साबित हो सकते हैं। अगर आप भी अपने दिनचर्या में इस आसन को अपनाए और खुद को स्वस्थ रखने और मानसिक तनाव से दूर रहने के लिए अपना समय योग प्राणायाम और आसन में दे तो आप भी तनाव मुक्त हो सकते है।
इसलिए स्वयं को तनाव मुक्त रखने के लिए इस क्षेत्र में आगे बढ़े और योग को अपने दैनिक जीवन और दिनचर्या में थोड़ी जगह प्रदान करे। इसलिए आज के इस आर्टिकल मे हमने आपको तितली आसन से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको हमारा आज का ये आर्टिकल बेहद पसंद आया होगा ऐसे ही ज्ञानवर्धक आर्टिकल को पढ़ने हेतु जुड़े रहिए हमारे साथ।
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Disclaimer: इस आर्टिकल में तितली आसन के बारे में दी गयी जानकारी केवल सामान्य ज्ञान के उद्देश्य से दी गयी है। इस जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य सम्बन्धित समस्या को ठीक करने के लिए चिकित्सक या विशेषज्ञ से सलाह जरुर लें।
Nice