पृथ्वी पर जीवन वायु के बिना असंभव है क्योंकि हर जीवित प्राणी को जीने के लिए हवा की जरूरत होती है। इसलिए हम कह सकते हैं कि पृथ्वी पर जीवन जीने का आधार वायु है। लेकिन आज वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है और यदि यही स्थिति बनी रही तो एक दिन पृथ्वी से जीवन बिल्कुल समाप्त हो जाएगा। परंतु ऐसे बहुत से तरीके हैं जिनकी सहायता से वायु प्रदूषण को रोका जा सकता है। आज हम आपको बताएंगे कि वायु प्रदूषण को रोकने के सबसे कारगर तरीके कौन से हैं। इसलिए सारी जानकारी पाने के लिए हमारे इस लेख को सारा पढ़ें।
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वायु प्रदूषण क्या है?
अनेकों तरह के रसायनों और हानिकारक गैसों की वजह से जब वायु में कई प्रकार के विषैले तत्व मिल जाते हैं तो उसे वायु प्रदूषण कहते हैं। वायु प्रदूषण को पैदा करने वाले दो तरह के स्रोत होते हैं जिनमें से पहला है प्राकृतिक स्रोत और दूसरा है मानव निर्मित स्त्रोत। प्राकृतिक स्रोत के अंतर्गत ज्वालामुखी की गतिविधियां शामिल होती हैं जिनकी वजह से प्राकृतिक आपदाएं आती हैं और इस वजह से पर्यावरण में बहुत सारी नुकसानदायक गैसें मिल जाती हैं जो वायु को दूषित करती हैं। वहीं मानव निर्मित स्त्रोत जैसे बढ़ता हुआ औद्योगिकरण और शहरीकरण वायु को प्रदूषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
वायु प्रदूषण रोकने के उपाय
वायु प्रदूषण वैसे तो एक बेहद खतरनाक और गंभीर समस्या है लेकिन कुछ प्रयास करके इस समस्या से काफी हद तक छुटकारा हासिल किया जा सकता है। इस तरह से वायु प्रदूषण को रोकने के उपाय बहुत सारे हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं –
- पेड़ पौधे लगाएं: पेड़ पौधे वायु प्रदूषण को रोकने के लिए काफी अहम भूमिका निभाते हैं। इसलिए अपने घर के आसपास पेड़ पौधे ज्यादा से ज्यादा लगाने की कोशिश करनी चाहिए। पेड़ पौधे कार्बन डाइऑक्साइड को अपने अंदर खींचते हैं और इसके बदले में ऑक्सीजन निकालते हैं। इस तरह से हमारे आसपास का वातावरण स्वच्छ बनता है और वायु भी प्रदूषित नहीं रहती।
- पेड़ों की अंधाधुंध कटाई पर रोक: इस बात पर हमें विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए कि पेड़ पौधों की कटाई अंधाधुंध ना की जाए। अगर मनुष्य अपनी जरूरत के लिए पेड़ों की कटाई शीघ्रता से करता रहेगा तो ऐसे में वायु प्रदूषण को रोकना काफी मुश्किल हो जाएगा। इसलिए कभी भी पेड़ों की ज्यादा कटाई नहीं करनी चाहिए। अगर आप एक पेड़ काटते हैं तो बदले में दो पेड़ जरूर लगाएं। साथ ही यदि किसी जंगल में आग लग जाए तो जल्द से जल्द आग को नियंत्रित किया जाना चाहिए।
- जीवाश्म ईंधन: हमें चाहिए कि जीवाश्म ईंधन के जो वैकल्पिक तरीके हैं वे इस्तेमाल करने चाहिए। जब जीवाश्म ईंधन का इस्तेमाल किया जाता है तो उससे भारी मात्रा में विषैली गैसें निकलती हैं जो हमारे आसपास की वायु को दूषित कर देती है। इसलिए जीवाश्म ईंधन के जो बहुत से वैकल्पिक ईंधन के तरीके हैं उनको इस्तेमाल करना चाहिए।
- नागरिकों को जागरूक करना चाहिए: बहुत से लोग जाने में अनजाने में वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार होते हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोगों को जागरूक किया जाए। नागरिकों को वायु प्रदूषण की हानियों के बारे में और प्रदूषण फैलाने वाली सभी गतिविधियों के बारे में जानकारी देना चाहिए। जब लोगों में जागरूकता फैलेगी तो उसकी वजह से भी वायु प्रदूषण काफी हद तक नियंत्रित हो जाएगा।
- उद्योगों और कारखानों को दूर रखें: वायु को प्रदूषित करने के लिए कारखाने और उद्योग धंधे भी काफी हद तक जिम्मेदार हैं। इसलिए इस बात का प्रयास करना चाहिए कि जिन उद्योगों से और कारखानों से प्रदूषण फैलता है उन्हें शहर से दूर रखना चाहिए। इस तरह से जब रिहायशी इलाकों से प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियां दूर रहेंगी तो उससे भी वातावरण शुद्ध रहेगा। इसके अलावा काम करने के लिए ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया जाना चाहिए जिसकी वजह से धुआं या तो बिल्कुल ना निकले या फिर कम से कम उत्सर्जित हो।
- सार्वजनिक वाहनों का उपयोग करें: लोगों को चाहिए कि वे अपने निजी वाहनों का इस्तेमाल न करें बल्कि सार्वजनिक वाहनों से अपनी यात्रा पूरी करें। ऐसा करने से सड़कों पर वाहनों की संख्या कम हो जाएगी और उनसे निकलने वाला धुआं भी कम होगा। इसके अलावा इस बात का ध्यान रखें कि अगर आपके पास अपना वाहन है तो उसका इंजन ज्यादा पुराना नहीं होना चाहिए। समय-समय पर अपने वाहन पर ध्यान देना जरूरी है और अगर आपके वाहन में कोई समस्या है तो उसमें तुरंत सुधार करवाएं।
- प्लास्टिक का उपयोग कम करें: प्लास्टिक हमारे पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं और यह आसानी से मिटटी में विघटित नही होती। प्लास्टिक जलाने से जहरीली गैसें निकलती हैं जो की वातावरण को दूषित करती हैं। प्लास्टिक की थैलियों की जगह हम कागज से बने थैले का उपयोग कर सकते हैं।
- प्लास्टिक और कचरे को न जलाएं: अक्सर लोग सूखे कचरे को निपटाने के लिए उसे खुले में जला देते हैं ऐसा करने से वातावरण में धुआं फ़ैल जाता है। यदि कचरे में प्लास्टिक और केमिकल से बनी चीजें हो तो उससे पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुँचता है। इसलिए कभी भी कचरे को न जलाएं।
- बिजली बचाएं: हमारी अधिकांश बिजली जीवाश्म ईंधन के दहन से उत्पन्न होती है, जो की वायु प्रदूषण का एक बड़ा कारण है। इसलिए बिजली का संरक्षण वायु प्रदूषण को रोकने का एक प्रभावी तरीका है। लाइट, पंखे आदि का यदि उपयोग न हो तो बंद कर दें।
- पुनर्नवीनीकरण (रीसायकल) योग्य उत्पादों का उपयोग करें: कुछ उत्पाद ऐसे होते हैं जिन्हें उपयोग के बाद पुनर्नवीनीकरण किया जा सकता है और स्वच्छ वातावरण के लिए पुन: उपयोग किया जा सकता है। नये उत्पादों के निर्माण की तुलना में इसे रीसायकल करने में कम ऊर्जा लगती है और इस तरह रासायनिक उत्सर्जन कम हो जाता है।
वायु प्रदूषण के कारण
हमारे देश भारत में वायु प्रदूषण के बहुत से कारण है जोकि निम्नलिखित इस प्रकार से हैं –
- लोग अब निजी वाहनों का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं और सार्वजनिक वाहनों में सफर करना पसंद नहीं करते। बढ़ते हुए वाहनों की वजह से वातावरण में धुआं फैलता है जिसकी वजह से हवा दूषित हो जाती है।
- बढ़ते हुए कारखानों और फैक्ट्री की वजह से भारी मात्रा में बहुत सी जहरीली गैसें जैसे कार्बन मोनोऑक्साइड और रासायनिक धुएं का उत्सर्जन भी वायु को दूषित करने के लिए जिम्मेदार है।
- अब लोग अपने घरों में और ऑफिस में एयर कंडीशनर लगाते हैं लेकिन एयर कंडीशनर से क्लोरोफ्लोरो कार्बन निकलते हैं जो वातावरण के लिए खतरनाक होते हैं।
- बहुत सारे उद्योग और पावर प्लांट भी वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार हैं क्योंकि इनमें से जो धुआं निकलता है वो हवा को प्रदूषित करके वातावरण को दूषित करता है।
- बहुत सी बार जंगलों में आग लग जाती है। जंगल में आग लगने के पीछे सबसे बड़ा कारण है सूरज की हद से ज्यादा गर्मी। इसलिए जब किसी जंगल में आग लगती है तो तब उसकी वजह से काफी बड़े पैमाने पर जहरीली गैसें उत्पादित होती हैं जो वायु को दूषित करती हैं।
- बहुत से त्योहारों पर लोग आतिशबाजी जैसे की बम, पटाखे, फुलझड़ियां इत्यादि फोड़ते हैं। इन आतिशबाजियों से निकलने वाला धुआं भी वायु प्रदूषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का लेख वायु प्रदूषण रोकने के उपाय। इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि वायु प्रदूषण क्या होता है और वायु प्रदूषण होने के मुख्य कारण क्या है। इसके अलावा हमने आपको यह जानकारी भी दी कि वायु प्रदूषण रोकने के उपाय कौन-कौन से होते हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि आपके लिए यह पोस्ट काफी उपयोगी रहा होगा। अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे उन लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें जो वायु प्रदूषण रोकने के उपाय के बारे में जानकारी पाना चाहते हैं।
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