डॉक्टर के उपकरणों के नाम और उपयोग | डॉक्टर के औजार के नाम

डॉक्टर रोगी का इलाज करने के लिए बहुत तरह के उपकरणों और औजारों का उपयोग करते हैं। इसलिए यह कहना पूरी तरह से उचित है किसी डॉक्टर के पास उचित रूप से काम करने के लिए जरूरी उपकरण होने चाहिए। ‌ऐसा इसलिए है क्योंकि इस तरह से डॉक्टर किसी भी मरीज की बीमारी का पता आसानी से और सुरक्षित रूप से लगा सकते हैं। अगर आपके मन में यह सवाल आ रहा है कि आखिर डॉक्टर कौन से मेडिकल इक्विपमेंट का इस्तेमाल करते हैं और इसके बारे में जानना चाहते हैं। तो हमारे इस आर्टिकल में आपको डॉक्टर के उपकरणों के नाम और उपयोग के बारे में जानकारी मिल जाएगी।

डॉक्टर के उपकरणों के नाम और उपयोग

जैसा की हमने आपको बताया को डॉक्टर कई तरह के औजारों और उपकरणों का उपयोग अलग-अलग कार्यों में करते हैं। निचे हमने डॉक्टरों के द्वारा उपयोग किए जाने वाले महत्वपूर्ण उपकरणों के बारे में कुछ जानकारी दी है।

स्टेथोस्कोप 

स्टेथोस्कोप 

स्टेथोस्कोप हर डॉक्टर के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। यह सिंगल ट्यूब वाले और डबल ट्यूब में अवेलेबल होते हैं। डॉक्टर अपनी गर्दन के चारों तरफ पहनते हैं और इसमें लगे हुए  ईयर प्लग को अपने कानों में लगाते हैं ताकि शरीर की ध्वनि ठीक प्रकार से सुनाई दी जा सके। 

स्टेथोस्कोप का उपयोग 

इसका उपयोग दिल की धड़कन, फेफड़ों, पेट और आंतों की आवाज को सही तरह से सुनने के लिए किया जाता है। इससे यह पता लगाया जा सकता है कि किसी भी व्यक्ति की दिल की धड़कन 1 मिनट में कितनी बार धड़कती है। कई बार बहुत से लोगों को कोई बीमारी होती है जिसकी वजह से उनका दिल ठीक से काम नहीं करता। ऐसे में स्टैथोस्कोप का उपयोग करके हार्ट बीट के बारे में यह पता लगाया जा सकता है कि वह नियमित है या फिर अनियमित। 

ब्लडप्रेशर रीडिंग मशीन (रक्तदाब मापी)

ब्लडप्रेशर रीडिंग मशीन

ब्लडप्रेशर रीडिंग मशीन किसी भी डॉक्टर के लिए बहुत ही जरूरी होती है क्योंकि इससे वे रक्तचाप को मापते हैं। ‌ रक्तदाब मापी आमतौर पर 3 तरह की होती है – मरकरी स्फिग्मो मैनोमीटर, एंड्राइड स्फिग्मो मैनोमीटर और स्वचालित रक्तदाब मापी। 

ब्लड प्रेशर रीडिंग मशीन का  उपयोग  

इसके द्वारा डॉक्टर किसी भी मरीज के ब्लड प्रेशर के लेवल के बारे में पता लगाते हैं। इस तरह से ब्लड प्रेशर मशीन का इस्तेमाल करके यह किसी भी रोगी के बीपी को मॉनिटर किया जाता है। 

थर्मामीटर (ताप मापक यंत्र)

थर्मामीटर

थर्मामीटर से अधिकतम सभी लोग परिचित हैं क्योंकि यह डॉक्टरों के द्वारा बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। यह एक प्रकार का घरेलु उपकरण भी है जिसे कई लोग अपने घरों में रखते हैं जिससे शरीर के तापमान का पता लगाया जा सके। थर्मामीटर कई तरह के होते हैं जैसे कि ओरल थर्मामीटर, रेसिटल थर्मामीटर, डिजिटल थर्मामीटर और ईयर थर्मामीटर। 

थर्मामीटर का उपयोग 

थर्मामीटर का उपयोग किसी भी व्यक्ति के शरीर के टेंपरेचर को रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है। इसकी जरूरत ऐसे पेशेंट के लिए सबसे ज्यादा होती है जिन्हें बुखार हो जाता है। बुखार के समय शरीर का तापमान बढ़ जाता है इसका ऐसे में शरीर का तापमान जानने के लिए यह बेहद उत्तम उपकरण है। 

सिरिंज (सुई) 

सिरिंज

सिरिंज को आम भाषा में सुई के नाम से जाना जाता है। यह एक प्रकार का ट्यूब होता है जिसमे खोखली सुई लगी होती है जिसे मरीज के नसों में चुभो कर दवा को पंप किया जाता है। यह कई प्रकार की होती है जैसे कि लुएर लॉक टिप, लुअर स्लिप टिप, एक्सेंट्रिक  टिप,कैथेटर टिप, परमानेंटली अटेच्ड।  सुई के आकार कई तरह के छोटे बड़े होते हैं जिनका इस्तेमाल अलग-अलग कामों के लिए किया जाता है। 

सिरिंज का उपयोग 

सिरिंज का उपयोग रोगी के शरीर में दवा पहुंचाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा पेशेंट के ब्लड सैंपल कलेक्ट करने के लिए भी सुई का उपयोग किया जाता है। कभी-कभी छोटे बच्चों या जानवरों को तरल दवाएं, या दूध पिलाने के लिए सुई के बिना चिकित्सा सीरिंज का उपयोग किया जाता है क्योंकि इससे खुराक को सटीक रूप से मापा जा सकता है।

ऑटोस्कोप

ऑटोस्कोप उपकरण ईएनटी डॉक्टरों के द्वारा बहुत इस्तेमाल किया जाता है। यह एक ऐसा टूल है जो कान की अंदरूनी स्थिति को जांचने के लिए अति उत्तम है।  

ऑटोस्कोप का उपयोग 

इसका इस्तेमाल डॉक्टर रोगी के कान चेक करने के लिए करते हैं। कई बार लोगों के कानों में इंफेक्शन हो जाता है और इसके माध्यम से यह पता लगाया जाता है कि कान इनफेक्टेड है या नहीं। 

पेनलाइट

पेनलाइट

पेनलाइट को फ्लैशलाइट के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसा उपकरण है जो सभी डॉक्टरों के पास पाया जाता है। यह देखने में काफी पतला सा होता है और इसके आगे की तरफ लाइट लगी होती है।

पेनलाइट का उपयोग 

पेनलाइट का यूज़ डॉक्टर रोगी के कान, नाक और आंखों को चेक करने के लिए करते हैं। इस प्रकार से इस टूल के माध्यम से यह बहुत आसानी के साथ पता लगाया जा सकता है कि पेशंट को क्या समस्या है। 

कैनुला 

कैनुला

कैनुला एक पतली ट्यूब है जिसका इस्तेमाल आमतौर पर सभी डॉक्टर करते हैं। इसे मरीज के नसों में लगाया जाता है ताकि जरूरी तरल पदार्थ को शरीर डाला जा सके या निकाला जा सके। यह मुख्यत: 4 तरह की होती है और इसे इंट्रावीनस (IV) कैनुला के नाम से भी जाना जाता है।

कैनुला का उपयोग 

कैनुला का इस्तेमाल रोगी के शरीर के अंदर आवश्यक तरल पदार्थ पहुंचाना होता है। कई बार मरीज के शरीर में पानी की कमी हो जाती है जिस वजह से उन्हें इंट्रावीनस डिहाइड्रेशन कि तुरंत जरूरत पड़ती है। इसके अलावा शरीर में दवा पहुंचाने, नसों के माध्यम से न्यूट्रिशन पहुंचाना भी कैनुला से ही किया जाता है। 

इलेक्ट्रो कार्डियोग्राफ मशीन (ईसीजी)

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इलेक्ट्रो कार्डियोग्राफ मशीन को ईसीजी के नाम से भी जाना जाता है। इलेक्ट्रो कार्डियोग्राफ का शाब्दिक अर्थ कुछ इस प्रकार है: इलेक्ट्रो का मतलब वैद्युत गतिविधि से संबंधित, कार्डियो, जिसका ग्रीक भाषा में अर्थ हृदय है, और ग्राफ एक ग्रीक मूल का शब्द है जिसका अर्थ “लिखना” होता है। मेडिकल के क्षेत्र में यह एक बेहद महत्वपूर्ण उपकरण है।  

इलेक्ट्रो कार्डियोग्राफ मशीन का उपयोग 

इलेक्ट्रो कार्डियोग्राफ मशीन का उपयोग पेशेंट के दिल की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी को रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है। इससे यह पता लगाया जाता है कि व्यक्ति के हृदय की क्या स्थिति है। इस उपकरण का उपयोग त्वचा से जुड़े सेंसर का प्रयोग कर हृदय के हर बार धड़कने से उत्पन्न विद्युतीय संकेतों का पता लगाने के लिए किया जाता है।

नेबुलाइजर

नेबुलाइजर

नेबुलाइजर एक प्रकार का इनहेलर होता है जोकि सांस की परेशानी का इलाज करने के लिए किया जाता है। इसके अंदर लिक्विड मेडिसिन की मात्रा डाली जाती है और यह उसे धुंध की छोटी-छोटी सी बूंदों में बदल देता है। इस प्रकार से मेडिसन सीधे मरीज के फेफड़ों तक पहुंच जाती है और उसे तुरंत ही राहत मिल जाती है। 

नेबुलाइजर का उपयोग

नेबुलाइजर का उपयोग सांस के जरिए से डायरेक्ट फेफड़ों में दवाइयां पहुंचाने के लिए किया जाता है। इसका इस्तेमाल आमतौर पर ऐसे रोगियों को मेडिसन देने के लिए किया जाता है जिन्हें अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया जैसी बीमारियां होती हैं। 

वेंटीलेटर 

वेंटीलेटर

वेंटिलेटर डॉक्टरों का एक ऐसा उपकरण है जो रोगी को पूरी तरह से सांस लेने में मदद करता है। वेंटिलेटर को एक लाइफ सपोर्ट सिस्टम माना जाता है। यह कई प्रकार के होते हैं जिनका उपयोग हर मरीज की स्थिति के अनुसार किया जाता है। वेंटिलेटर का इस्तेमाल किसी प्रकार की बीमारी का उपचार करने के लिए नहीं किया जाता है। बल्कि, उपचार की प्रक्रिया के दौरान यह पेशेंट को सिर्फ सांस लेने में मदद करती है।

वेंटिलेटर का उपयोग 

वेंटिलेटर आमतौर पर गहन देखभाल वाले मरीजों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो कि आईसीयू में रहते हैं। वेंटिलेटर के जरिए मरीज को कृत्रिम रूप से ऑक्सीजन प्रदान की जाती है। जब किसी व्यक्ति को सांस लेने में काफी अधिक समस्या होती है, तो ऐसे में वेंटिलेटर फेफड़ों में हवा पंप करके रोगी की सांस लेने की प्रक्रिया में सहायता करता है। 

अल्ट्रासाउंड

अल्ट्रासाउंड

अल्ट्रासाउंड इमेजिंग एक ऐसी तकनीक है जो ध्वनि तरंगों को छवियों के रूप में कंप्यूटर स्क्रीन पर प्रसारित करने की अनुमति देती है। अल्ट्रासाउंड डॉक्टर को विभिन्न स्वास्थ्य मुद्दों जैसे गर्भवती महिलाओं, हृदय रोगी, पेट की समस्या वाले रोगी आदि के रोगी की जांच करने में मदद करता है।

अल्ट्रासाउंड उपकरण का उपयोग

स्त्री रोग विशेषज्ञ और प्रसूति रोग विशेषज्ञ द्वारा गर्भावस्था की पुष्टि करने के लिए अल्ट्रासाउंड का उपयोग किया जाता है, बच्चे की स्थिति और उसके दिल की धड़कन का पता लगाया जा सकता है। नियमित रूप से बच्चे के विकास की जाँच करने में यह उपकरण मदद करता है। इसके अलावा अल्ट्रासाउंड मशीन का उपयोग करके हृदय संबंधी समस्याओं का पता लगाया जा सकता है।

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निष्कर्ष

दोस्तों डॉक्टरों के उपकरणों के नाम और उपयोग के इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि डॉक्टर के औजारों के नाम क्या हैं और डॉक्टर कौन-कौन से इक्विपमेंट्स उपयोग क्यों करते हैं। इस प्रकार से हमने आपको जानकारी दी कि डॉक्टर आमतौर पर कौन से मेडिकल टूल्स का सबसे ज्यादा प्रयोग करते हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि आप हमारा यह लेख पसंद आया होगा। अगर जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे दूसरे लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें। 

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