बालासन एक बहुत ही सरल योगासन है जिसे कोई भी किसी भी उम्र का व्यक्ति कर सकता है। यह योगासन करने में बहुत ही आसान तो है ही लेकिन इसके फायदे भी कई सारे हैं।
बालासन दो शब्दों से मिलकर बना है: बाल और आसन जहाँ बाल का मतलब है बच्चा या शिशु और आसन का मतलब मुद्रा।
इस आसन में हमारी मुद्रा ठीक उस तरह होती है जैसे की एक भ्रूण अपनी माँ के पेट में होता है। इस आसन शिशुआसन भी कहा जाता है।
यह आरामदायक आसन है और अक्सर लोग इसे व्यायाम करने के बाद या बीच में विश्राम करने के लिए करते हैं।
यह आसन प्रभावशाली है और इससे शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के फायदे मिलते हैं। आइये इसके और फायदों के बारे में जानते हैं...
बालासन के अभ्यास से पीठ को आराम मिलता है। यह गर्दन दर्द को भी ठीक करता है।
शरीर को आराम देता है और दिमाग को शांत करता है। मानसिक तनाव और हलके अवसाद में लाभकारी है।
कमर, टखने, जांघो की स्ट्रेचिंग के लिए बढ़िया आसान है।पीठ दर्द में इस आसन से आराम मिलता है।
यह आसन पीठ, कंधे और गर्दन के तनाव को कम करता है। यह अभ्यास शरीर को लचीला बनाता है।
बालासन करने से कब्ज की समस्या में राहत मिलती है।
बालासन करते समय कुछ सावधानियां भी बरतनी पड़ती हैं इस आसन को सही तरीके से कैसे करें पूरी जानकारी के लिए निचे लिंक पर क्लिक करें