शारीरिक और मानसिक तौर पर अपने थकान को दूर करने के लिए तितली आसन एक बेहतरीन उपाय है आइये इसके कुछ फायदों में बारे में जानते हैं 

तितली आसन तितली आसन दो शब्द तितली + आसन = तितली आसन से मिलकर बना है। इसका शाब्दिक अर्थ तितली की मुद्रा में बैठना है 

इस मुद्रा में तितली की भांति अपने घुटनों और पैरों को ऊपर-नीचे हिलाते है  अगर आप इस योग को रोजाना करते है तो आप दिनभर तरोताजा और अच्छा महसूस करते हैं। 

तितली आसन से मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं जैसे – एंजायटी, चिंता, तनाव और स्ट्रेस डिसऑर्डर आदि को दूर करने में सहायक है। 

तितली  आसन को करने से हमारे पैरों, जाँघों  को मजबूती मिलती है और कूल्हों का अंदरूनी तनाव खत्म हो जाता है। 

तितली आसन के हर रोज अभ्यास से शरीर को आराम मिलता है क्योंकि इस आसन को करने से शरीर की थकान दूर हो जाती है।  

इस आसन को करने से जांघो और घुटनों के आसपास अच्छा खीचाव उत्पन्न होता है, जिससे कमर में लचीलापन बढ़ता है।

यह बटरफ्लाई आसन हमारे शरीर के अंगों को काफी लचीला बना देता है जिससे हमे बुढ़ापा में परेशानियाँ नही होती है। 

वैसे तो इस आसन को महिला पुरुष, बच्चे, जवान कोई भी कर सकता है लेकिन महिलाओं के लिए यह एक अत्यंत लाभकारी आसन है 

यह महिलाओं के लिए विशेष उपयोगी आसन है इससे मासिक धर्म के दौरान होने वाली असुविधा और दर्द में इस आसन का अभ्यास  किया जा सकता है । 

इस आसन के माध्यम से हैप्पी हार्मोन्स रिलीज होता है जो हमें खुश रहने में भी मदद करता है। तो खुश रहने के लिए आज ही इस आसन का अभ्यास शुरू करें 

तितली आसन के समय कुछ सावधानियां भी बरतनी पड़ती हैं  इस आसन को कैसे करें पूरी जानकारी के लिए निचे लिंक पर क्लिक करें

अधोमुख श्वान आसन के हैं बेहतरीन फायदे 

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